Monday 30 December 2019

कविता. ३३३१. हर लम्हा कोई कोशिश कि।

                                                        हर लम्हा कोई कोशिश कि।
हर लम्हा कोई कोशिश कि एहसास सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच इशारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी तराने देती है अदाओं को नजारों कि समझ बहाने देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश पहचान देती है राहों को अल्फाजों कि सरगम धून देती है आवाजों को अरमानों कि रोशनी के अंदाजों कि लहर खयाल देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश कि परख किनारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है अल्फाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है अंदाजों को राहों कि पहचान परख देती है अदाओं को दास्तानों कि सौगात इशारे देती है अरमानों को दिशाओं कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि कोशिश के बदलावों कि समझ खयाल देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश कि आस इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह उम्मीदे देती है अरमानों को कदमों कि आहट सौगात देती है अंदाजों को नजारों कि समझ इरादे देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच रोशनी है किनारों को अफसानों कि तलाश के एहसासों कि परख खयाल देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश कि पहचान अदाएं देती है जज्बातों को अंदाजों कि लहर आस देती है आशाओं को दिशाओं कि समझ दास्ताने देती है पुकार को बदलावों कि सोच इशारे देती है राहों को अफसानों कि तलाश इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सौगात सहारे देती है अरमानों को कदमों कि आहट किनारों कि पुकार खयाल देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश कि सरगम धून देती है आवाजों को अरमानों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि परख सुबह देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है एहसासों को आशाओं कि निशानी इरादे देती है आशाओं को दिशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम कि पहचान खयाल देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश कि आस इरादे देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश तराने देती है अदाओं को किनारों कि लहर अफसाने देती है दिशाओं को एहसासों कि सोच सपने देती है नजारों को अल्फाजों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को बदलावों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच आस कि रोशनी खयाल देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश कि समझ अरमान देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है राहों को अल्फाजों कि तलाश इरादे देती है अफसानों को किनारों कि परख सहारे देती है आशाओं को दिशाओं कि सोच समझ देती है दिशाओं को अल्फाजों कि सोच सुबह देती है तरानों को आवाजों कि धून सहारे देती है अदाओं को नजारों कि तलाश खयाल देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश कि लहर आस देती है नजारों को अंदाजों कि समझ परख देती है आशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है अल्फाजों को बदलावों कि समझ दास्ताने देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अरमानों को कदमों कि आहट दास्तान देती है आशाओं को दिशाओं कि सुबह उजाले कि पहचान खयाल देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश कि पहचान अदाएं देती है किनारों को तरानों कि सोच पुकार देती है दिशाओं को उजालों कि उम्मीद राहे देती है जज्बातों को अरमानों कि तलाश इरादे देती है सपनों को आवाजों कि धून सरगम देती है दास्तानों को राहों कि समझ परख देती है अंदाजों को नजारों कि सोच उम्मीदे कि कोशिश खयाल देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश कि किरण रोशनी देती है उजालों को बदलावों कि सुबह राह देती है किनारों को लहरों कि उमंग दास्ताने देती है किनारों को लहरों कि सरगम एहसास देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश इरादे देती है तरानों को अफसानों कि तलाश इरादे देती है आशाओं को अरमानों कि तलाश आवाज कि पुकार खयाल देती है।

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