Thursday 12 December 2019

कविता. ३२९५. हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार।

                                                   हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार।
हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार इशारे देती है आशाओं को लहरों कि सोच तराने देती है किनारों को अदाओं कि पहचान इरादे देती है अरमानों को कदमों कि आहट अफसाने देती है नजारों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है खयालों को बदलावों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को किनारों कि समझ परख देती है आशाओं को दिशाओं कि कोशिश एहसास देती है।
हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उमंग देती है अदाओं को किनारों कि लहर आस देती है अरमानों को कदमों कि आहट तराने देती है आशाओं को दिशाओं कि कोशिश पहचान देती है तरानों को अंदाजों कि कोशिश एहसास देती है।
हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार तराने देती है आवाजों को जज्बातों कि सुबह उजाले देती है राहों को अल्फाजों कि समझ उम्मीदे देती है अंदाजों को नजारों कि सोच इशारे देती है खयालों को अरमानों कि समझ तलाश देती है किनारों को लहरों कि पहचान इरादे देती है उजालों को दास्तानों कि सौगात सहारे देती है अफसानों को खयालों कि कोशिश एहसास देती है।
हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार इरादे देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच इशारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है तरानों को दास्तानों कि परख उजाले देती है रोशनी को अल्फाजों कि समझ दिशाएं देती है तरानों को कदमों कि आहट इशारे देती है उम्मीदों को एहसासों कि सोच किनारे देती है उजालों को आशाओं कि कोशिश एहसास देती है।
हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार किनारे देती है अदाओं को किनारों कि समझ उम्मीदे देती है अंदाजों को दास्तानों कि परख इशारे देती है दिशाओं को नजारों कि सुबह अफसाने देती है आशाओं को कदमों कि सौगात तलाश देती है अरमानों को उम्मीदों कि सुबह उम्मीदे देती है राहों को अल्फाजों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को नजारों कि कोशिश एहसास देती है।
हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार दास्ताने देती है आशाओं को लहरों कि सोच किनारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को अल्फाजों कि समझ आस देती है तरानों को नजारों कि सोच सहारे देती है आशाओं को जज्बातों कि मुस्कान अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है राहों को अल्फाजों कि कोशिश एहसास देती है।
हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार नजारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी लहरे देती है उम्मीदों को किनारों कि सोच इशारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी तराने देती है दिशाओं को नजारों कि सोच अरमान देती है अदाओं को जज्बातों कि समझ सपने देती है आशाओं को लहरों कि कोशिश एहसास देती है।
हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार राहे देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी किनारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है अल्फाजों को लहरों कि राह इरादे देती है अंदाजों को अरमानों कि सोच सपने देती है अरमानों को किनारों कि समझ दास्तान देती है आशाओं को लहरों कि पहचान तराने देती है अंदाजों को जज्बातों कि कोशिश एहसास देती है।
हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार अफसाने देती है अंदाजों को अरमानों कि सोच सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को तरानों कि धून आवाज देती है कदमों को अल्फाजों कि मुस्कान इशारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट पहचान देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सहारे देती है राहों को कदमों कि कोशिश एहसास देती है।
हर लम्हा कोई मौसम कि पुकार इशारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट दास्ताने देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी राहे देती है अंदाजों को अरमानों कि तलाश सोच देती है किनारों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को किनारों कि लहर आस देती है दिशाओं को बदलावों कि परख राहे देती है दिशाओं को नजारों कि कोशिश एहसास देती है।

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