Sunday 15 December 2019

कविता. ३३०१. हर सपने संग लम्हों कि कोई।

                                                       हर सपने संग लम्हों कि कोई।
हर सपने संग लम्हों कि कोई पुकार इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी सहारे देती है दिशाओं को कोशिश कि लहर कहानी देती है अंदाजों को अरमानों कि सोच सहारे देती है अदाओं को नजारों कि तलाश तराने देती है अल्फाजों को राहों कि पहचान अदाएं देती है आशाओं को कदमों कि कोशिश सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ देती है।
हर सपने संग लम्हों कि कोई धून एहसास देती है दिशाओं को अरमानों कि सरगम आवाज देती है तरानों को नजारों कि सौगात तलाश देती है अदाओं को किनारों कि लहर अफसाने देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच इशारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि सोच इरादे देती है दास्तानों को बदलावों कि समझ देती है।
हर सपने संग लम्हों कि कोई उम्मीद राहे देती है तरानों को आवाजों कि धून पहचान देती है कदमों को अरमानों कि उम्मीद इशारे देती है उजालों को आशाओं कि पहचान किनारे देती है तरानों को अल्फाजों कि सुबह उजाले देती है एहसासों को नजारों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को जज्बातों कि कोशिश सौगात देती है एहसासों को बदलावों कि समझ देती है।
हर सपने संग लम्हों कि कोई सरगम धून देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि प्यास सरगम देती है राहों को अल्फाजों कि परख इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सहारे देती है लहरों को अंदाजों कि सरगम धून देती है किनारों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है नजारों को बदलावों कि समझ देती है।
हर सपने संग लम्हों कि कोई उजाले रोशनी देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है जज्बातों को अदाओं कि समझ दास्ताने देती है अल्फाजों को राहों कि पहचान किनारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट एहसास देती है अंदाजों को बदलावों कि समझ देती है।
हर सपने संग लम्हों कि कोई उमंग इरादे देती है अदाओं को किनारों कि लहर अफसाने देती है लहरों को अरमानों कि रोशनी उजाले देती है राहों को कदमों कि सौगात तलाश देती है दास्तानों को अल्फाजों कि पुकार सहारे देती है तरानों को नजारों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि कोशिश पहचान देती है किनारों को बदलावों कि समझ देती है।
हर सपने संग लम्हों कि कोई उम्मीद तराने देती है दिशाओं को नजारों कि आस उजाले देती है किनारों को आशाओं कि निशानी पहचान देती है दास्तानों को एहसासों कि सुबह जज्बात देती है अंदाजों को नजारों कि सोच इशारे देती है लहरों को अफसानों कि रोशनी उम्मीदे देती है दिशाओं को अदाओं कि समझ तराने देती है कदमों को बदलावों कि समझ देती है।
हर सपने संग लम्हों कि कोई पुकार आवाज देती है उम्मीदों को एहसासों कि समझ तराने देती है राहों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है तरानों को आशाओं कि निशानी राह देती है दिशाओं को जज्बातों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को अरमानों कि लहर आस देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उम्मीदे देती है तरानों को बदलावों कि समझ देती है।
हर सपने संग लम्हों कि कोई आस अंदाज देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है दास्तानों को लहरों कि समझ दिशाएं देती है किनारों को अदाओं कि सरगम उजाले देती है आशाओं को कदमों कि आहट दिशाएं देती है नजारों को अफसानों कि सोच एहसास देती है अरमानों को कदमों कि पहचान तराने सुहाने है अंदाजों को बदलावों कि समझ देती है।
हर सपने संग लम्हों कि कोई पुकार धून देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है दिशाओं को कदमों कि सौगात इशारे देती है जज्बातों को अल्फाजों कि समझ खयाल देती है अंदाजों को खयालों कि सुबह उजाले देती है अदाओं को किनारों कि समझ सोच देती है आशाओं को बदलावों कि समझ देती है।

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