Saturday 28 December 2019

कविता. ३३२८. हर एहसास को दास्तानों कि समझ।

                                              हर एहसास को दास्तानों कि समझ।
हर एहसास को दास्तानों कि समझ सहारे देती है नजारों कि सोच के आस से पहचान देती है राहों को अल्फाजों कि तलाश इरादे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सरगम देती है अंदाजों को जज्बातों कि कोशिश परख देती है लहरों को अफसानों कि तलाश सबेरा देती है आशाओं को कदमों कि सौगात खयाल देती है दिशाओं को किनारों कि उमंग देती है।
हर एहसास को दास्तानों कि समझ इशारे देती है अंदाजों कि तलाश के इरादे से अरमान देती है दिशाओं को राहों कि पहचान अदाएं देती है नजारों को अफसानों कि सोच परख देती है किनारों को लहरों कि उमंग तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि सोच तराने देती है अंदाजों को किनारों कि उमंग देती है।
हर एहसास को दास्तानों कि समझ नजारे देती है दिशाओं कि सरगम के इशारे से एहसास देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच परख देती है अंदाजों को जज्बातों कि सुबह खयाल देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश तराने देती है अरमानों को कदमों कि आहट सौगात देती है नजारों को अंदाजों कि लहर आस देती है दास्तानों को किनारों कि उमंग देती है।
हर एहसास को दास्तानों कि समझ उम्मीदे देती है राहों कि रोशनी के तराने से उमंग देती है लहरों को अफसानों कि समझ आवाज देती है दिशाओं को अफसानों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ अरमान देती है अंदाजों को जज्बातों कि कोशिश मुस्कान देती है राहों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है राहों को किनारों कि उमंग देती है।
हर एहसास को दास्तानों कि समझ उजाले देती है आशाओं कि लहर के पुकार से धून देती है आवाजों को खयालों कि सुबह उजाले देती है अल्फाजों को बदलावों कि कोशिश परख देती है आशाओं को कदमों कि आहट पहचान देती है तरानों को अरमानों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ राहे देती है लहरों को किनारों कि उमंग देती है।
हर एहसास को दास्तानों कि समझ तराने देती है अदाओं कि सुबह के आस से इशारे देती है दिशाओं को किनारों कि लहर अफसाने देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सहारे देती है खयालों को तरानों कि सरगम धून देती है खयालों को जज्बातों कि कोशिश परख देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को किनारों कि उमंग देती है।
हर एहसास को दास्तानों कि समझ अफसाने देती है अंदाजों कि तलाश के एहसासों से तराने देती है कदमों को आशाओं कि निशानी तराने देती है लहरों को बदलावों कि कोशिश परख देती है जज्बातों को अरमानों कि सोच सपने देती है दिशाओं को एहसासों कि सुबह उजाले देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सरगम देती है तरानों को किनारों कि उमंग देती है।
हर एहसास को दास्तानों कि समझ लहरे देती है आशाओं कि निशानी के अरमानों से उजाले देती है अंदाजों को तरानों कि पुकार आवाज देती है अफसानों को खयालों कि सुबह रोशनी देती है किनारों को एहसासों कि कोशिश परख देती है खयालों को बदलावों कि समझ सोच देती है तरानों को दिशाओं कि सोच सहारे देती है कदमों को किनारों कि उमंग देती है।
हर एहसास को दास्तानों कि समझ राहे देती है तरानों कि पुकार के जज्बातों से अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को लहरों कि पहचान अदाएं देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश राहे देती है किनारों को लहरों कि समझ अरमान देती है आशाओं को किनारों कि उमंग देती है।
हर एहसास को दास्तानों कि समझ तराने देती है दिशाओं कि पहचान के किस्सों से अफसाने देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है अरमानों को जज्बातों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को अफसानों कि लहर सहारे देती है दिशाओं को तरानों कि सोच इरादे देती है खयालों को किनारों कि उमंग देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१५७. कदमों को आशाओं की।

                             कदमों को आशाओं की। कदमों को आशाओं की पुकार कोशिश सुनाती है नजारों को राहों की सौगात पहचान दिलाती है दास्तानों क...