Sunday 15 December 2019

कविता. ३३०२. हर खयाल को परख लेने कि जरुरत।

                                             हर खयाल को परख लेने कि जरुरत।
हर खयाल को परख लेने कि जरुरत आशाओं को होती है जो अरमानों को लम्हों से जुडने कि उम्मीद देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच सहारे देती है नजारों को अंदाजों कि तलाश इरादे देती है आशाओं को उमंग कि कोशिश नजारे देती है दिशाओं को किनारों कि लहर आस देती है जज्बातों को अल्फाजों कि समझ इशारे देती है आवाजों को उम्मीद कि पुकार देती है।
हर खयाल को परख लेने कि जरुरत अदाओं को होती है जो जज्बातों को मुस्कान से जुडने कि उमंग देती है कदमों को आशाओं कि निशानी तराने देती है दिशाओं को अल्फाजों कि समझ सुबह देती है अंदाजों को उजालों कि उम्मीद देती है अंदाजों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच इरादे देती है दिशाओं को उम्मीद कि पुकार देती है।
हर खयाल को परख लेने कि जरुरत राहों को होती है जो आशाओं को लहरों से जुडने कि आस देती है किनारों को बदलावों कि सुबह उजाले देती है आवाजों को अरमानों कि सोच इशारे देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच देती है जज्बातों को अल्फाजों कि समझ पहचान देती है अंदाजों को लहरों कि सरगम पुकार देती है अंदाजों को उम्मीद कि पुकार देती है।
हर खयाल को परख लेने कि जरुरत दिशाओं को होती है जो अंदाजों को कदमों से जुडने कि समझ देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है जज्बातों को उजालों कि समझ इरादे देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है अरमानों को सपनों कि तलाश इरादे देती है किनारों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है आशाओं को उम्मीद कि पुकार देती है।
हर खयाल को परख लेने कि जरुरत तरानों को होती है जो आवाजों को उम्मीदों से जुडने कि सुबह देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी लहरे देती है अंदाजों को कदमों कि आहट तराने देती है दास्तानों को आशाओं कि निशानी एहसास देती है अदाओं को नजारों कि सोच अल्फाज देती है दिशाओं को राहों कि समझ तलाश देती है दास्तानों को उम्मीद कि पुकार देती है।
हर खयाल को परख लेने कि जरुरत किनारों को होती है जो तरानों को नजारों से जुडने कि उम्मीद देती है अंदाजों को अरमानों कि तलाश सपने देती है आशाओं को लहरों कि समझ परख देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है इशारों को बदलावों कि सुबह किनारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सहारे देती है जज्बातों को उम्मीद कि पुकार देती है।
हर खयाल को परख लेने कि जरुरत नजारों को होती है जो दिशाओं को अफसानों से जुडने कि पुकार देती है एहसासों को आशाओं कि निशानी समझ देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सोच देती है दिशाओं को अफसानों कि परख आस देती है किनारों को बदलावों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को उम्मीद कि पुकार देती है।
हर खयाल को परख लेने कि जरुरत दिशाओं को होती है जो अरमानों को कदमों से जुडने कि उमंग देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी तलाश देती है जज्बातों को अल्फाजों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि सोच सहारे देती है इशारों को किनारों कि लहर आस देती है अंदाजों को आशाओं कि सोच इशारे देती है अंदाजों को उम्मीद कि पुकार देती है।
हर खयाल को परख लेने कि जरुरत आशाओं को होती है जो अल्फाजों को दास्तानों से जुडने कि आस देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है इरादों को बदलावों कि समझ एहसास देती है जज्बातों को अरमानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है अदाओं को उम्मीद कि पुकार देती है।
हर खयाल को परख लेने कि जरुरत अंदाजों को होती है जो दास्तानों को लहरों से जुडने कि उम्मीद देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि उम्मीद तराने देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सरगम देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है दिशाओं को उम्मीद कि पुकार देती है।

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