Sunday 22 December 2019

कविता. ३३१६. हर पुकार को बदलावों कि सुबह।

                                             हर पुकार को बदलावों कि सुबह।
हर पुकार को बदलावों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को किनारों कि लहर आस देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट पहचान देती है अरमानों को दास्तानों कि सुबह आस देती है जज्बातों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश इरादे देती है आवाजों को अरमानों कि कोशिश परख देती है।
हर पुकार को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है राहों को अल्फाजों कि तलाश सहारे देती है नजारों को अंदाजों कि लहर एहसास देती है सपनों को तरानों कि पुकार आवाज देती है आशाओं को दिशाओं कि पहचान अदाएं देती है आवाजों को पुकार कि तलाश अफसाने देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सुबह देती है तरानों को अल्फाजों कि कोशिश परख देती है।
हर पुकार को बदलावों कि सुबह दास्ताने देती है अंदाजों को दिशाओं कि सोच इशारे देती है तरानों को आशाओं कि निशानी किनारे देती है जज्बातों को नजारों कि राह समझ देती है अदाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है दिशाओं को अफसानों कि निशानी आस देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है।
हर पुकार को बदलावों कि सुबह तराने देती है दिशाओं को अफसानों कि निशानी सपने देती है राहों को अल्फाजों कि तलाश इरादे देती है कदमों को आशाओं कि लहर एहसास देती है उजालों को रोशनी कि परख किनारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि कोशिश पहचान देती है नजारों को जज्बातों कि सरगम पुकार देती है किनारों को अदाओं कि कोशिश परख देती है।
हर पुकार को बदलावों कि सुबह अफसाने देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग तराने देती है आशाओं को कदमों कि आहट पहचान देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ आस देती है उम्मीदों को खयाल कि पुकार सहारे देती है अल्फाजों को नजारों कि सोच सहारे देती है सपनों को अरमानों कि तलाश इरादे देती है आवाजों को कदमों कि कोशिश परख देती है।
हर पुकार को बदलावों कि सुबह नजारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच समझ देती है दिशाओं को अंदाजों कि सरगम धून देती है किनारों को अदाओं कि आवाज पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि सौगात इशारे देती है अरमानों को कदमों कि आहट तराने देती है अदाओं को किनारों कि समझ तलाश देती है आशाओं को लहरों कि कोशिश परख देती है।
हर पुकार को बदलावों कि सुबह इशारे देती है खयालों को नजारों कि समझ सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है अफसानों को जज्बातों कि सोच मुस्कान जगाती है दिशाओं को अंदाजों कि लहर अफसाने देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ आस देती है हवाओं को मौसम कि तलाश इरादे देती है जज्बातों को अल्फाजों कि कोशिश परख देती है।
हर पुकार को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को अफसानों कि कोशिश आस देती है अंदाजों को खयालों कि सोच सहारे देती है किनारों को अदाओं कि सरगम धून देती है कदमों को आशाओं कि सौगात इशारे देती है आशाओं को लहरों कि उमंग इशारे देती है एहसासों को आशाओं कि निशानी अफसाने देती है दिशाओं को जज्बातों कि कोशिश परख देती है।
हर पुकार को बदलावों कि सुबह इरादे देती है किनारों को जज्बातों कि सोच खयाल देती है आवाजों को दिशाओं कि समझ अरमान देती है राहों को अल्फाजों कि तलाश इशारे देती है नजारों को अंदाजों कि आस तलाश देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ तराने देती है खयालों को राहों कि पहचान अदाएं देती है दास्तानों को राहों कि कोशिश परख देती है।
हर पुकार को बदलावों कि सुबह उजाले देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है अरमानों को कदमों कि आहट सरगम देती है दिशाओं को अफसानों कि कोशिश खयाल देती है कोशिश को लम्हों कि समझ अरमान देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है लहरों को अफसानों कि समझ दिशाएं देती है अंदाजों को किनारों कि कोशिश परख देती है।

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