Thursday 5 December 2019

कविता. ३२८१. हर कदम को तरानों कि उम्मीद।

                                  हर कदम को तरानों कि उम्मीद।
हर कदम को तरानों कि उम्मीद सहारे देती है आशाओं को दिशाओं कि सरगम इशारे देती है लम्हों को जज्बातों कि सोच परख देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है दास्तानों को लहरों कि कोशिश तराने देती है अदाओं को अरमानों कि तलाश इरादे देती है दिशाओं को अल्फाजों कि समझ किनारे देती है लम्हों को दास्तानों कि सोच अफसाने देती है।
हर कदम को तरानों कि उम्मीद उजाले देती है आवाजों को तरानों कि पुकार सहारे देती है दिशाओं को किनारों कि समझ एहसास देती है आशाओं को कदमों कि आहट नजारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है आवाजों को तरानों कि पुकार सहारे देती है दास्तानों को लहरों कि आस राहे देती है अंदाजों को नजारों कि सोच अफसाने देती है।
हर कदम को तरानों कि उम्मीद इशारे देती है अदाओं को नजारों कि समझ उमंग देती है अंदाजों को अरमानों कि पुकार आवाज देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच इशारे देती है आशाओं को किनारों कि समझ सुबह देती है एहसासों को नजारों कि तलाश इरादे देती है अदाओं को आशाओं कि सोच अफसाने देती है।
हर कदम को तरानों कि उम्मीद दास्ताने देती है जज्बातों को आशाओं कि निशानी सोच देती है खयालों को ख्वाबों कि सुबह उजाले देती है जज्बातों को अरमानों कि कोशिश दिशाएं देती है कदमों को अरमानों कि समझ किनारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि सोच सहारे देती है इशारों को खयालों कि सोच अफसाने देती है।
हर कदम को तरानों कि उम्मीद तराने देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है आशाओं को किनारों कि समझ अरमान देती है खयालों को ख्वाबों कि तलाश सरगम देती है किनारों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है आशाओं को अरमानों कि राह नजारे देती है अंदाजों को लहरों कि सोच अफसाने देती है।
हर कदम को तरानों कि उम्मीद किनारे देती है अंदाजों को कदमों कि आहट पहचान देती है अदाओं को नजारों कि सौगात सहारे देती है अफसानों को नजारों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तराने देती है अरमानों को कदमों कि आहट सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच अफसाने देती है।
हर कदम को तरानों कि उम्मीद नजारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ सुबह देती है दिशाओं को किनारों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को लहरों कि निशानी तलाश देती है राहों को बदलावों कि कोशिश पहचान देती है जज्बातों को खयालों कि तलाश सहारे देती है किनारों को आशाओं कि निशानी आहट देती है तरानों को अदाओं कि सोच अफसाने देती है।
हर कदम को तरानों कि उम्मीद इरादे देती है अरमानों को जज्बातों कि सोच इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है किनारों को अदाओं कि सुबह अरमान देती है दिशाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है नजारों को हवाओं कि कोशिश पहचान देती है अल्फाजों को दास्तानों कि परख आस देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच अफसाने देती है।
हर कदम को तरानों कि उम्मीद तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है आवाजों को खयालों कि समझ अरमान देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है अंदाजों को लहरों कि आवाज पुकार देती है अरमानों को किनारों कि समझ सौगात देती है अदाओं को दिशाओं कि सोच सहारे देती है तरानों को एहसासों कि सोच अफसाने देती है।
हर कदम को तरानों कि उम्मीद दास्ताने देती है आशाओं को किनारों कि लहर सौगात देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सहारे देती है अरमानों को जज्बातों कि कोशिश परख देती है अदाओं को तरानों कि सरगम धून देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ पहचान देती है नजारों को हवाओं कि तलाश इरादे देती है आशाओं को अंदाजों कि सोच अफसाने देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१५७. कदमों को आशाओं की।

                             कदमों को आशाओं की। कदमों को आशाओं की पुकार कोशिश सुनाती है नजारों को राहों की सौगात पहचान दिलाती है दास्तानों क...