Tuesday 3 December 2019

कविता. ३२७७. हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि।

                                         हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि।
हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि धारा देती है जज्बातों को अरमानों कि सरगम धून देती है दास्तानों को लहरों कि पुकार सहारा देती है दिशाओं को किनारों कि कोशिश अफसाने का किनारा देती है जज्बातों कि एक आंधी खयालों कि धारा देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ एक इरादा देती है तरानों को अदाओं कि सरगम धून का इशारा देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि निशानी देती है किनारों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि सोच तराना देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी राह देती है कदमों कि एक सौगात तरानों कि पुकार देती है अरमानों को जज्बातों कि सुबह एक पहचान देती है अंदाजों को किनारों कि कोशिश पहचान का इशारा देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि राह देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी नजारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह किनारा देती है नजारों को हवाओं कि सोच सहारा देती है अफसानों कि रोशनी उजाले देती है अल्फाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है एहसासों को बदलावों कि तलाश एक आस देती है राहों को दास्तानों कि तलाश परख का इशारा देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि तलाश देती है दिशाओं को नजारों कि सुबह कोशिश देती है उजालों को रोशनी कि सोच सहारे देती है अफसानों को खयालों कि राह किनारे देती है आशाओं कि निशानी रोशनी देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पहचान देती है आवाजों को तरानों कि पुकार धून देती है अंदाजों को अरमानों कि कोशिश आस का इशारा देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि सुबह देती है अंदाजों को आशाओं कि निशानी तलाश देती है अंदाजों को नजारों कि पुकार दिशाएं देती है दास्तानों को लहरों कि कोशिश अदाएं देती है जज्बातों कि सरगम पुकार देती है आवाजों को तरानों कि तलाश इरादे देती है अफसानों को खयालों कि सोच पुकार देती है अदाओं को किनारों कि सोच समझ का इशारा देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि आस देती है अदाओं को कदमों कि आहट तराने देती है जज्बातों को बदलावों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को अरमानों कि सुबह खयाल देती है दिशाओं कि तलाश राह देती है एहसासों को नजारों कि परख राह देती है लहरों को एहसासों कि समझ खयाल देती है आवाजों को तरानों कि पुकार सोच का इशारा देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि समझ देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है आशाओं को कदमों कि आहट पहचान देती है अल्फाजों को किनारों कि तलाश एहसास देती है दास्तानों कि परख आस देती है अफसानों को खयालों कि सोच सुबह देती है आशाओं को जज्बातों कि राह परख देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सुबह का इशारा देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि तलाश देती है कदमों को आशाओं कि निशानी लहरे देती है खयालों को ख्वाबों कि सरगम धून देती है अरमानों को कदमों कि आहट तराने देती है नजारों को हवाओं कि सोच सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश इरादे देती है किनारों को अदाओं कि समझ अफसाना देती है राहों को अल्फाजों कि राह किनारे का इशारा देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि परख देती है दास्तानों को लहरों कि दिशाएं तराने देती है जज्बातों को अफसानों कि समझ पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह दास्ताने देती है कदमों को आशाओं कि निशानी तराने देती है किनारों को अदाओं कि राह सहारे देती है आशाओं को राहों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि सोच समझ का इशारा देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश मुस्कान कि उमंग देती है दिशाओं को बदलावों कि तलाश खयाल देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सहारे देती है कदमों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि तलाश सहारे देती है अल्फाजों को दास्तानों कि तलाश उजाले देती है अंदाजों को नजारों कि पहचान तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि तलाश राह का इशारा देती है।

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