Monday 23 December 2019

कविता. ३३१७ हर रोशनी के किनारे संग।

                                                                        हर रोशनी के किनारे संग।
हर रोशनी के किनारे संग अरमान कि दिशाएं इरादे देती है दास्तानों के कोशिश कि पहचान तराने देती है आशाओं को कदमों कि आहट आवाज देती है आशाओं को लहरों कि सौगात तलाश देती है खयालों को नजारों कि तलाश इरादे देती है अदाओं को अंदाजों कि पहचान इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है जज्बातों को अल्फाजों कि पुकार देती है।
हर रोशनी के किनारे संग अफसाने कि लहर आस देती है आवाजों के नजारों कि सोच सरगम देती है दिशाओं को अफसानों कि कहानी सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि कहानी सहारे देती है अरमानों को आवाजों कि धून सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है कदमों को अफसानों कि कहानी सहारे देती है खयालों को अल्फाजों कि पुकार देती है।
हर रोशनी के किनारे संग दास्तानों कि परख राह देती है दिशाओं के एहसास कि परख सुबह देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सुबह उजाले देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ अरमान देती है अंदाजों को खयालों कि कोशिश उमंग देती है किनारों को आशाओं कि निशानी सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ राह देती है अंदाजों को अल्फाजों कि पुकार देती है।
हर रोशनी के किनारे संग आस कि उमंग दास्ताने देती है कदमों के आशाओं कि लहर अफसाने देती है जज्बातों को बदलावों कि समझ उम्मीदे देती है रोशनी को उजालों कि तलाश सरगम देती है जज्बातों को बदलावों कि समझ तलाश देती है नजारों को अरमानों कि सोच समझ देती है अंदाजों को खयालों कि कोशिश परख देती है अफसानों को अल्फाजों कि पुकार देती है।
हर रोशनी के किनारे संग अंदाज कि तलाश रोशनी देती है तरानों के आवाजों कि धून सरगम देती है दिशाओं को जज्बातों कि कोशिश परख देती है लहरों को आवाजों कि दिशाएं तलाश देती है अरमानों को कदमों कि आहट आस देती है आशाओं को कदमों कि आहट सरगम देती है अरमानों को राहों कि पहचान अदाएं देती है आशाओं को अल्फाजों कि पुकार देती है।
हर रोशनी के किनारे संग आस कि कोशिश परख देती है अंदाजों के अरमानों कि सोच उमंग देती है लहरों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ किनारे देती है नजारों को अदाओं कि कोशिश परख देती है जज्बातों को बदलावों कि राह नजारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है अदाओं को अल्फाजों कि पुकार देती है।
हर रोशनी के किनारे संग आवाज कि समझ उमंग देती है अदाओं के दास्तानों कि परख सहारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सुबह देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश कोशिश देती है तरानों कि पहचान अदाएं देती है अंदाजों को अफसानों कि सुबह उजाले देती है आवाजों को खयालों कि सोच परख देती है दिशाओं को अल्फाजों कि पुकार देती है।
हर रोशनी के किनारे संग अंदाज कि सरगम धून देती है उजालों के इशारों कि कोशिश परख देती है अरमानों को कदमों कि सौगात सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ उम्मीदे देती है खयालों कि आस एहसास देती है अरमानों को किनारों कि सरगम आवाज देती है जज्बातों को बदलावों कि समझ अदाएं देती है एहसासों को अल्फाजों कि पुकार देती है।
हर रोशनी के किनारे संग अफसाने कि तलाश इरादे देती है अंदाजों के एहसासों कि सोच सुबह देती है राहों को बदलावों कि तलाश इरादे देती है किनारों को अदाओं कि सोच सहारे देती है जज्बातों कि तलाश अरमान देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच पहचान देती है अंदाजों को कदमों कि आहट दास्ताने देती है अरमानों को अल्फाजों कि पुकार देती है।
हर रोशनी के किनारे संग आस कि पहचान इशारे देती है उजालों के किनारों कि उम्मीद सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि समझ परख देती है कदमों को आशाओं कि निशानी अफसाने देती है राहों कि पहचान परख देती है अरमानों को तरानों कि सोच सुबह देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश इरादे देती है जज्बातों को अल्फाजों कि पुकार देती है।

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