Wednesday 18 December 2019

कविता. ३३०८. हवाओं को मौसम कि पुकार।

                                                    हवाओं को मौसम कि पुकार।
हवाओं को मौसम कि पुकार सहारे देती है एहसासों को नजारों कि तलाश इरादे देती है दिशाओं को उमंग कि पहचान तराने देती है आवाजों को जज्बातों कि कोशिश अरमान देती है अंदाजों को अफसानों कि राह किनारे देती है जज्बातों को कदमों कि आहट अफसाने देती है राहों को बदलावों कि सुबह उजाले देती है आशाओं को दिशाओं कि सुबह आस देती है।
हवाओं को मौसम कि पुकार आवाज देती है दास्तानों को अफसानों कि परख उजाले देती है उम्मीदों को किनारों कि सोच इशारे देती है आशाओं को लहरों कि समझ एहसास देती है नजारों को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है आवाजों को अफसानों कि सोच परख देती है कदमों को आशाओं कि निशानी इशारे देती है नजारों को दिशाओं कि सुबह आस देती है।
हवाओं को मौसम कि पुकार एहसास देती है तरानों को इशारों कि समझ सुबह देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच दास्ताने देती है अंदाजों को कदमों कि आहट तराने देती है अल्फाजों को खयालों कि सोच सहारे देती है जज्बातों को अरमानों कि तलाश इरादे देती है किनारों को अदाओं कि सुबह उम्मीदे देती है अफसानों को दिशाओं कि सुबह आस देती है।
हवाओं को मौसम कि पुकार दास्तान देती है आशाओं को कदमों कि सौगात इशारे देती है नजारों को अंदाजों कि समझ तराने देती है दिशाओं को अफसानों कि राह किनारे देती है लहरों को बदलावों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को खयालों कि कोशिश पहचान देती है लहरों को एहसासों कि समझ उजाले देती है आवाजों को दिशाओं कि सुबह आस देती है।
हवाओं को मौसम कि पुकार अल्फाज देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच उमंग देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है खयालों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ एहसास देती है अरमानों को आशाओं कि सोच इशारे देती है तरानों को अरमानों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को दिशाओं कि सुबह आस देती है।
हवाओं को मौसम कि पुकार कोशिश देती है किनारों को अदाओं कि सरगम धून देती है आशाओं को लहरों कि सोच इशारे देती है अरमानों को कदमों कि आहट तराने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सरगम धून देती है कोशिश को जज्बातों कि तलाश इरादे देती है एहसासों को आशाओं कि निशानी पुकार देती है किनारों को दिशाओं कि सुबह आस देती है।
हवाओं को मौसम कि पुकार सहारे देती है आशाओं को अफसानों कि समझ दास्तान देती है कदमों को अंदाजों कि समझ राहे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है जज्बातों को बदलावों कि उम्मीद नजारे देती है खयालों को अफसानों कि सोच सहारे देती है कदमों को अल्फाजों कि समझ परख देती है दास्तानों को दिशाओं कि सुबह आस देती है।
हवाओं को मौसम कि पुकार अरमान देती है दास्तानों को अल्फाजों कि आवाज धून देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है अंदाजों को अदाओं कि समझ तराने देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है आशाओं को लहरों कि परख राह देती है आवाजों को अरमानों कि रोशनी उजाले देती है तरानों को दिशाओं कि सुबह आस देती है।
हवाओं को मौसम कि पुकार अल्फाज देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश राह देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच इशारे देती है अरमानों को कदमों कि आहट पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है अदाओं को कदमों कि सौगात इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है किनारों को दिशाओं कि सुबह आस देती है।
हवाओं को मौसम कि पुकार आवाज देती है सरगम को खयालों कि समझ तलाश देती है किनारों को बदलावों कि आवाज पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ अरमान देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश इरादे देती है लहरों को बदलावों कि समझ किनारे देती है एहसासों को आशाओं कि निशानी राह देती है तरानों को दिशाओं कि सुबह आस देती है।


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