Friday 20 December 2019

कविता. ३३११. हर मुस्कान पर खयालों कि।

                                                       हर मुस्कान पर खयालों कि।
हर मुस्कान पर खयालों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह सहारे देती है अरमानों को कदमों कि आहट तराने देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच इशारे देती है अफसानों को सरगम तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश पहचान देती है आवाजों को अरमानों कि समझ सहारे देती है दिशाओं को किनारों कि राह देती है।
हर मुस्कान पर खयालों कि सोच इशारे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट तराने देती है अंदाजों को दिशाओं कि पहचान अदाएं देती है अंदाजों को किनारों कि लहर अफसाने देती है राहों को अल्फाजों कि तलाश इरादे देती है दास्तानों को अरमानों कि तलाश इरादे देती है आशाओं को किनारों कि लहर आस देती है कदमों को अफसानों कि राह देती है।
हर मुस्कान पर खयालों कि राह किनारे देती है आशाओं को अदाओं कि सरगम धून देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को जज्बातों कि तलाश समझ देती है अंदाजों को कदमों कि लहर इशारे देती है अंदाजों को कदमों कि आहट पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि राह देती है।
हर मुस्कान पर खयालों कि समझ नजारे देती है अंदाजों को दिशाओं कि रोशनी उजाले देती है अंदाजों को दिशाओं कि कोशिश परख देती है अल्फाजों को बदलावों कि राह किनारे देती है अफसानों को खयालों कि समझ तलाश देती है किनारों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि सोच दास्ताने देती है लहरों को तरानों कि राह देती है।
हर मुस्कान पर खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि कोशिश परख देती है राहों को बदलावों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को आशाओं कि निशानी तलाश देती है अदाओं को तरानों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को अफसानों कि तराने देती है लहरों को अल्फाजों कि पुकार सहारे देती है दिशाओं को किनारों कि राह देती है।
हर मुस्कान पर खयालों कि सौगात समझ देती है कदमों को अफसानों कि सोच सुबह देती है किनारों को अदाओं कि सरगम धून देती है अरमानों को तरानों कि आवाज पुकार देती है नजारों को अफसानों कि सोच इशारे देती है अल्फाजों को बदलावों कि सुबह रोशनी देती है कदमों को आशाओं कि निशानी कोशिश देती है अदाओं को कदमों कि राह देती है।
हर मुस्कान पर खयालों कि कोशिश तलाश देती है रोशनी को अल्फाजों कि तलाश अफसाने देती है नजारों को अंदाजों कि सोच इशारे देती है आशाओं को लहरों कि उमंग उजाले देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच इशारे देती है नजारों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है लहरों को बदलावों कि राह देती है।
हर मुस्कान पर खयालों कि समझ परख देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश दास्तान देती है आशाओं को दास्तानों कि सुबह उजाले देती है राहों को अफसानों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को किनारों कि सरगम धून देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है नजारों को अफसानों कि राह देती है।
हर मुस्कान पर खयालों कि आस समझ देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है अदाओं को दिशाओं कि समझ अंदाज देती है किनारों को आशाओं कि सरगम धून देती है तरानों को आवाजों कि समझ पुकार देती है अफसानों को लहरों कि सुबह उम्मीद देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है कोशिश को अरमानों कि राह देती है।
हर मुस्कान पर खयालों कि कोशिश किनारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है दिशाओं को इशारों कि कोशिश परख देती है नजारों को दिशाओं कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि सोच इरादे देती है दास्तानों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सुबह उजाले देती है आशाओं को किनारों कि राह देती है।

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