Monday 16 December 2019

कविता. ३३०३. अरमानों को खयालों कि सुबह।

                                             
                                                     अरमानों को खयालों कि सुबह।
अरमानों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ सपने देती है आशाओं को लहरों कि तलाश इरादे देती है अंदाजों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को अल्फाजों कि तलाश इरादे देती है दिशाओं को उमंग कि कोशिश देती है तरानों को आवाजों कि धून सहारे देती है अरमानों को कदमों कि आहट तराने सुहाने देती है।
अरमानों को खयालों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को अल्फाजों कि सोच इशारे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट तराने देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच इशारे देती है किनारों को अदाओं कि सरगम नजारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट देती है आवाजों को पुकार कि कोशिश परख देती है तरानों को आशाओं कि सुबह तराने सुहाने देती है।
अरमानों को खयालों कि सुबह राहे देती है दास्तानों को लहरों कि समझ पहचान देती है नजारों को आशाओं कि निशानी इरादे देती है किनारों को बदलावों कि समझ नजारे देती है दिशाओं को अल्फाजों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश देती है आशाओं को कदमों कि आहट आस देती है अंदाजों को नजारों कि सोच तराने सुहाने देती है।
अरमानों को खयालों कि सुबह दास्ताने देती है आशाओं को कदमों कि आहट आस देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को उजालों कि परख दिशाएं देती है आशाओं को अफसानों कि कोशिश नजारे देती है दास्तानों को लहरों कि सोच अल्फाज देती है एहसासों को अफसानों कि तलाश तराने सुहाने देती है।
अरमानों को खयालों कि सुबह अफसाने देती है कोशिश को लम्हों कि कोशिश परख देती है आवाजों को आशाओं कि निशानी दास्ताने देती है जज्बातों को अल्फाजों कि समझ सहारे देती है कदमों को किनारों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि मुस्कान कोशिश देती है एहसासों को अफसानों कि रोशनी तराने सुहाने देती है।
अरमानों को खयालों कि सुबह किनारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि कोशिश नजारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है एहसासों को आशाओं कि निशानी समझ देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तराने सुहाने देती है।
अरमानों को खयालों कि सुबह दास्ताने देती है आशाओं को कदमों कि आहट किनारे देती है कोशिश को लम्हों कि सुबह उजाले देती है अफसानों को खयालों कि सुबह इशारे देती है किनारों को अदाओं कि सरगम पहचान देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ पहचान देती है इरादों को कदमों कि आहट सोच देती है राहों को अल्फाजों कि सुबह तराने सुहाने देती है।
अरमानों को खयालों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सरगम देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पहचान देती है जज्बातों को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है कदमों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि तलाश इशारे देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह आस देती है जज्बातों को आशाओं कि सोच तराने सुहाने देती है।
अरमानों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है कदमों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ राह देती है किनारों को अदाओं कि सुबह नजारे देती है राहों को अल्फाजों कि सुबह उम्मीदे देती है इशारों को जज्बातों कि परख सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को कदमों कि सौगात तराने सुहाने देती है।
अरमानों को खयालों कि सुबह इशारे देती है अदाओं को नजारों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को लहरों कि पहचान अदाएं देती है आवाजों को जज्बातों कि समझ तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश उजाले देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उम्मीदे देती है आशाओं को दास्तानों कि समझ सोच देती है राहों को अल्फाजों कि समझ तराने सुहाने देती है।

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