Monday 10 February 2020

कविता. ३४१६. किनारों को सपनों कि सुबह।

                                              किनारों को सपनों कि सुबह।
किनारों को सपनों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि कोशिश परख देती है दिशाओं के लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों कि कोशिश परख देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि सरगम जज्बात देती है।
किनारों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच सुबह देती है दास्तानों के अल्फाजों कि तलाश तराने देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच इशारे देती है लहरों को अरमानों कि तलाश सपने देती है अदाओं कि परख दास्तान देती है उजालों को आशाओं कि निशानी सपने देती है नजारों को अफसानों कि समझ जज्बात देती है।
किनारों को सपनों कि सुबह तराने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि निशानी लहरे देती है आवाजों के अरमानों कि समझ सहारे देती है दिशाओं को अंदाजों कि सुबह रोशनी देती है आशाओं को कदमों कि आहट पहचान देती है अदाओं कि निशानी परख देती है खयालों को रोशनी कि समझ पुकार देती है दिशाओं को इशारों कि आस जज्बात देती है।
किनारों को सपनों कि सुबह रोशनी देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों के अदाओं कि पहचान निशानी देती है राहों को अरमानों कि तलाश इरादे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ उम्मीदे देती है अंदाजों कि कोशिश पहचान देती है लहरों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग जज्बात देती है।
किनारों को सपनों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है अंदाजों के एहसासों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को आशाओं कि समझ मुस्कान देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है आवाजों कि धून सरगम देती है अरमानों को किनारों कि कोशिश परख देती है परख को अदाओं कि राह जज्बात देती है।
किनारों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है लहरों को अफसानों कि सोच सपने देती है दिशाओं के कदमों कि आहट सरगम देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच परख देती है अंदाजों को राहों कि समझ सुबह देती है तरानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है आशाओं को कदमों कि आहट जज्बात देती है।
किनारों को सपनों कि सुबह दास्ताने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि कोशिश परख देती है नजारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि परख एहसास देती है राहों को अरमानों कि तलाश एहसास देती है अंदाजों को कदमों कि सौगात तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ जज्बात देती है।
किनारों को सपनों कि सुबह तराने देती है अरमानों को कदमों कि आहट सौगात देती है आशाओं को राहों कि लहर आस देती है अफसानों को अदाओं कि सरगम धून देती है अंदाजों को नजारों कि पहचान अदाएं देती है दास्तानों को अल्फाजों कि कोशिश परख देती है आशाओं को किनारों कि समझ तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी जज्बात देती है।
किनारों को सपनों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि समझ परख देती है नजारों को अफसानों कि सौगात सहारे देती है दिशाओं को लहरों कि उमंग इशारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है लहरों को खयालों कि कोशिश पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है आशाओं को दास्तानों कि परख जज्बात देती है।
किनारों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है खयालों को पुकार कि सौगात सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह अरमान देती है उजालों को कोशिश कि सरगम आस देती है लहरों को अफसानों कि सोच इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ आस देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सरगम तलाश देती है किनारों को लहरों कि उमंग जज्बात देती है।

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