Saturday 1 February 2020

कविता. ३३९७. हर खयाल को लम्हों कि पहचान।

                                              हर खयाल को लम्हों कि पहचान।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है आशाओं को कदमों कि सुबह उजाले देती है अफसानों को किनारों कि समझ इशारे देती है आशाओं को लम्हों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को अरमानों कि सौगात सहारे देती है जज्बातों को अल्फाजों कि सोच इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि पुकार देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान तराने देती है राहों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ इशारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश किनारे देती है नजारों को लहरों कि पहचान इरादे देती है अंदाजों को बदलावों कि पुकार देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान इशारे देती है जज्बातों को आशाओं कि निशानी सुबह देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सहारे देती है इरादों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को आवाजों कि धून सरगम देती है नजारों को अफसानों कि समझ सुबह देती है दास्तानों को अरमानों कि परख सहारे देती है अदाओं को बदलावों कि पुकार देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान नजारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ लहरे देती है किनारों को लहरों कि उमंग इरादे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच अरमान देती है कदमों को आशाओं कि निशानी पुकार देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग तराने देती है जज्बातों को बदलावों कि पुकार देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश अरमान देती है लहरों को बदलावों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को राहों कि पहचान इशारे देती है अफसानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को अल्फाजों कि समझ इरादे देती है आशाओं को किनारों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि पुकार देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान दास्ताने देती है इशारों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है आशाओं को कदमों कि समझ सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सरगम धून देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है लहरों को अफसानों कि सोच तराने देती है दास्तानों को नजारों कि तलाश आस देती है आशाओं को बदलावों कि पुकार देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान अदाएं देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को दास्तानों कि परख कोशिश देती है अफसानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को राहों कि आस तलाश देती है दिशाओं को अल्फाजों कि समझ सपने देती है अंदाजों को लहरों कि कोशिश परख देती है नजारों को बदलावों कि पुकार देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान इशारे देती है आशाओं को कदमों कि सुबह उम्मीदे देती है अदाओं को किनारों कि लहर अफसाने देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच पहचान देती है दिशाओं को दास्तानों कि परख अदाएं देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है राहों को बदलावों कि पुकार देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान सहारे देती है दिशाओं को किनारों कि लहर आस देती है तरानों को आशाओं कि निशानी अंदाज देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि निशानी हवाएं देती है लहरों को अफसानों कि सोच परख देती है कदमों को आशाओं कि पुकार सहारे देती है अदाओं को बदलावों कि पुकार देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान दिशाएं देती है कदमों को उमंग कि कोशिश परख देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अदाओं को आवाजों कि धून उम्मीदे देती है आशाओं को लहरों कि आस रोशनी देती है तरानों को अरमानों कि समझ सपने देती है दिशाओं को अफसानों कि सरगम अल्फाज देती है दास्तानों को बदलावों कि पुकार देती है।

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