Saturday 22 February 2020

कविता. ३३३९. हर इशारे को किनारों कि लहर।

                                            हर इशारे को किनारों कि लहर।
हर इशारे को किनारों कि लहर आस देती है अंदाजों को कदमों कि सरगम एहसास देती है लहरों को कोशिश कि पहचान परख देती है आशाओं को अदाओं कि सुबह उजाले देती है रोशनी को अल्फाजों कि पहचान तराने देती है अरमानों को सपनों कि आहट सौगात देती है लहरों को अफसानों कि समझ परख देती है दिशाओं को खयालों कि सुबह देती है।
हर इशारे को किनारों कि लहर नजारे देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि लहर रोशनी देती है दास्तानों को अफसानों कि परख आस देती है अंदाजों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को राहों कि पहचान आस देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह रोशनी देती है जज्बातों को खयालों कि सुबह देती है।
हर इशारे को किनारों कि लहर दास्ताने देती है आशाओं को तरानों कि पुकार आवाज देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सहारे देती है अरमानों को सपनों कि आस किनारे देती है दिशाओं को बदलावों कि परख सहारे देती है दिशाओं को एहसासों कि लहर अरमान देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच राह देती है अदाओं को खयालों कि सुबह देती है।
हर इशारे को किनारों कि लहर एहसास देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है राहों को अल्फाजों कि समझ परख देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है कोशिश को लम्हों कि लहर दास्ताने देती है कदमों को अफसानों कि समझ तलाश देती है अंदाजों को लहरों कि समझ आस देती है अंदाजों को खयालों कि सुबह देती है।
हर इशारे को किनारों कि लहर तलाश देती है अंदाजों को नजारों कि दास्तान तराने देती है आशाओं को अदाओं कि सरगम आस देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ पुकार देती है कदमों को अफसानों कि परख देती है अंदाजों को जज्बातों कि पहचान अदाएं देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह देती है।
हर इशारे को किनारों कि लहर नजारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ सपने देती है अंदाजों को जज्बातों कि सुबह उम्मीदे देती है लहरों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है दास्तानों को बदलावों कि कोशिश पहचान देती है कदमों को आशाओं कि सोच सहारे देती है दिशाओं को आवाजों कि धून पुकार देती है राहों को खयालों कि सुबह देती है।
हर इशारे को किनारों कि लहर अफसाने देती है जज्बातों को अदाओं कि कोशिश परख देती है रोशनी को एहसासों कि उमंग राहे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को आशाओं कि परख जज्बात देती है अफसानों को सपनों कि कोशिश पहचान देती है अदाओं को लहरों कि उमंग अल्फाज देती है आशाओं को खयालों कि सुबह देती है।
हर इशारे को किनारों कि लहर तराने देती है अफसानों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच एहसास देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश अरमान देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच पुकार देती है दिशाओं को खयालों कि सुबह देती है।
हर इशारे को किनारों कि लहर बदलाव देती है दिशाओं को अंदाजों कि कोशिश परख देती है कदमों को अफसानों कि सोच तराने देती है जज्बातों को पुकार कि सौगात अरमान देती है अल्फाजों को लहरों कि उमंग नजारे देती है अदाओं को किनारों कि समझ अरमान देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ परख देती है राहों को खयालों कि सुबह देती है।
हर इशारे को किनारों कि लहर तलाश देती है अंदाजों को जज्बातों कि सरगम धून देती है दिशाओं को बदलावों कि सरगम धून देती है आशाओं को अदाओं कि पहचान सहारे देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ सपने देती है आशाओं को अदाओं कि सौगात तलाश देती है तरानों को आवाजों कि कोशिश अहमियत देती है जज्बातों को खयालों कि सुबह देती है।

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