Thursday 20 February 2020

कविता. ३३३६. सपनों को आशाओं कि मेहफिल।

                                                सपनों को आशाओं कि मेहफिल।
सपनों को आशाओं कि मेहफिल दिशाएं देती है लहरों को अफसानों कि कोशिश तराने देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है खयालों को कदमों कि आहट सौगात देती है अरमानों को आशाओं कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि पुकार आवाज देती है लहरों को पुकार देती है।
सपनों को आशाओं कि मेहफिल अदाएं देती है रोशनी को एहसासों कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है तरानों को आशाओं कि समझ इशारे देती है दिशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है अंदाजों को नजारों कि समझ इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को पुकार देती है।
सपनों को आशाओं कि मेहफिल किनारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि समझ इशारे देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग अरमान देती है खयालों को कोशिश कि पहचान तराने देती है नजारों को अफसानों कि सोच समझ देती है आशाओं को अदाओं कि सरगम धून देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया आस देती है उजालों को पुकार देती है।
सपनों को आशाओं कि मेहफिल तराने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सुबह राहे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ जज्बात देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सरगम देती है अल्फाजों को अरमानों कि समझ तलाश देती है उजालों को कोशिश कि परख सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तलाश देती है अंदाजों को पुकार देती है।
सपनों को आशाओं कि मेहफिल अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तलाश देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि समझ इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह उजाले देती है एहसासों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है कदमों को पुकार देती है।
सपनों को आशाओं कि मेहफिल इशारे देती है आवाजों को अरमानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश पहचान देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ खयाल देती है किनारों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि परख इरादे देती है अदाओं को किनारों कि लहर आस देती है अंदाजों को पुकार देती है।
सपनों को आशाओं कि मेहफिल सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सपने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच खयाल देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है कदमों को आशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को अंदाजों कि समझ आस देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश पहचान देती है आशाओं को पुकार देती है।
सपनों को आशाओं कि मेहफिल इरादे देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग नजारे देती है आशाओं को किनारों कि समझ पहचान देती है आशाओं को अरमानों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि सोच सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि सरगम धून देती है दिशाओं को पुकार देती है।
सपनों को आशाओं कि मेहफिल किनारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि सोच सपने देती है अंदाजों को अफसानों कि परख आस देती है अदाओं को नजारों कि समझ तलाश देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दिशाओं को आवाजों कि सुबह उम्मीदे देती है एहसासों को पुकार देती है।
सपनों को आशाओं कि मेहफिल नजारे देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है आशाओं को किनारों कि लहर सहारे देती है अरमानों को कदमों कि परख एहसास देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सौगात देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच इशारे देती है अंदाजों को पुकार देती है।

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