Sunday 2 February 2020

कविता. ३३९९. हर आस को एहसास कि।

                                                      हर आस को एहसास कि।
हर आस को एहसास कि दास्तान इशारे देती है लम्हों को आवाजों कि राह किनारे देती है दिशाओं को बदलावों कि पहचान सहारे देती है अल्फाजों को अरमानों कि सुबह दिशाएं देती है लहरों को अफसानों कि पहचान नजारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ किनारे कि दिशाओं संग अरमान देती है।
हर आस को एहसास कि परख किनारे देती है नजारों को अफसानों कि सौगात सहारे देती है राहों को जज्बातों कि सोच पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तराने देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ नजारों कि पहचान संग अरमान देती है।
हर आस को एहसास कि सोच इरादे देती है अंदाजों को जज्बातों कि कोशिश पहचान देती है कदमों को अफसानों कि समझ तराने देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को किनारों कि लहर दिशाएं देती है आवाजों को खयालों कि सुबह उजालों कि पुकार संग अरमान देती है।
हर आस को एहसास कि समझ दास्ताने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि समझ राहे देती है नजारों को कदमों कि आहट सपने देती है अफसानों को खयालों कि कोशिश परख देती है आशाओं को दिशाओं कि सोच उम्मीदों कि समझ संग अरमान देती है।
हर आस को एहसास कि उम्मीद तराने देती है अल्फाजों को लहरों कि सरगम धून देती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है नजारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ इरादे देती है दिशाओं को कदमों कि सौगात इशारे देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सोच आवाजों कि धून संग अरमान देती है।
हर आस को एहसास कि परख पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह उम्मीदे देती है अदाओं को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को अल्फाजों कि कोशिश पहचान देती है किनारों को लहरों कि सोच सहारे देती है अफसानों को खयालों कि सुबह पुकार कि सौगात संग अरमान देती है।
हर आस को एहसास कि अल्फाज राहे देती है नजारों को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है कदमों को आशाओं कि निशानी दास्ताने देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है आवाज को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को राहों कि कोशिश परख देती है जज्बातों को आशाओं कि निशानी अल्फाजों कि सोच संग अरमान देती है।
हर आस को एहसास कि सोच लहरे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश तराने देती है इशारों को अफसानों कि कहानी सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ किनारे देती है अफसानों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है बदलावों को दिशाओं कि सुबह उजालों कि पहचान संग अरमान देती है।
हर आस को एहसास कि हवाएं तराने देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है दिशाओं को बदलावों कि पुकार अफसाने देती है नजारों को दास्तानों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि समझ अफसाने देती है अल्फाजों को लहरों कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को आशाओं कि निशानी अदाओं कि सुबह संग अरमान देती है।
हर आस को एहसास कि दुनिया आवाज देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ तलाश देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है जज्बातों को एहसासों कि रोशनी उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सहारे देती है खयालों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह राहों कि पहचान संग अरमान देती है।

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