Tuesday 4 February 2020

कविता. ३४०४. हर सुबह के उजालों कि रोशनी।

                                                हर सुबह के उजालों कि रोशनी।
हर सुबह के उजालों कि रोशनी उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ सोच देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश अफसाने देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है दास्तानों को अरमानों कि तलाश सपने देती है दिशाओं को किनारों कि रोशनी अरमान देती है लहरों को अफसानों कि आस देती है।
हर सुबह के उजालों कि रोशनी सहारे देती है जज्बातों को नजारों कि परख दास्ताने देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है कोशिश को मुस्कान कि दुनिया तराने देती है जज्बातों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ सरगम देती है कदमों को अरमानों कि समझ अल्फाज देती है किनारों को अफसानों कि आस देती है।
हर सुबह के उजालों कि रोशनी किनारे देती है अंदाजों को तरानों कि पुकार आवाज देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सौगात देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है अरमानों को सपनों कि आस सहारे देती है जज्बातों को आशाओं कि निशानी एहसास देती है अंदाजों को नजारों कि समझ जज्बात देती है अदाओं को अफसानों कि आस देती है।
हर सुबह के उजालों कि रोशनी तराने देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है किनारों को कोशिश कि पहचान तराने देती है अंदाजों को नजारों कि समझ सहारे देती है आशाओं को राहों कि समझ परख देती है बदलावों को किनारों कि सोच अरमान देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह तलाश देती है तरानों को अफसानों कि आस देती है।
हर सुबह के उजालों कि रोशनी उम्मीदे देती है आशाओं को दिशाओं कि सोच सहारे देती है नजारों को दास्तानों कि परख इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ पुकार देती है अंदाजों को आवाजों कि धून सरगम देती है लहरों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दिशाओं को अफसानों कि आस देती है।
हर सुबह के उजालों कि रोशनी लहरे देती है अंदाजों को नजारों कि समझ खयाल देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है आशाओं को कदमों कि पहचान सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ परख देती है कदमों को नजारों कि सोच सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है दास्तानों को अफसानों कि आस देती है।
हर सुबह के उजालों कि रोशनी दास्ताने देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है राहों को अरमानों कि कोशिश परख देती है आशाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तराने सुहाने देती है आशाओं को कदमों कि आहट समझ देती है दिशाओं को अफसानों कि आस देती है।
हर सुबह के उजालों कि रोशनी तराने देती है अरमानों को कदमों कि आहट सौगात देती है दिशाओं को दास्तानों कि परख सोच देती है दास्तानों को अल्फाजों कि रोशनी उजाले देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सौगात देती है अदाओं को किनारों कि लहर समझ देती है अंदाजों को अफसानों कि आस देती है।
हर सुबह के उजालों कि रोशनी नजारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि राह किनारे देती है उजालों को आशाओं कि निशानी पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच इशारे देती है दास्तानों को सपनों कि सौगात सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सुबह उम्मीदे देती है जज्बातों को अफसानों कि आस देती है।
हर सुबह के उजालों कि समझ इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अंदाजों कि सोच सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है उम्मीदों को जज्बातों कि कोशिश परख देती है अरमानों को कदमों कि आहट जज्बात देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि आस देती है।

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