Sunday 23 February 2020

कविता. ३३४२. कदमों को अफसानों कि लहर।

                                                 कदमों को अफसानों कि लहर।
कदमों को अफसानों कि लहर आस देती है दिशाओं को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ तलाश देती है जज्बातों को खयालों कि पुकार सहारे देती है अरमानों को अंदाजों कि तलाश इशारे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ सरगम देती है अदाओं को किनारों कि सोच आस देती है अरमानों को अंदाजों कि सुबह उम्मीदे देती है।
कदमों को अफसानों कि लहर इरादे देती है इशारों को जज्बातों कि तलाश तराने देती है कदमों को आशाओं कि सुबह सपने देती है अंदाजों को अरमानों कि सोच अदाएं देती है लहरों को अल्फाजों कि कोशिश पुकार देती है एहसासों को लहरों कि रोशनी तराने देती है नजारों को अफसानों कि समझ सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है।
कदमों को अफसानों कि लहर खयाल देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सरगम देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ अरमान देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है खयालों को लम्हों कि पहचान अदाएं देती है उम्मीदों को किनारों कि सोच इशारे देती है आशाओं को जज्बातों कि सुबह उम्मीदे देती है।
कदमों को अफसानों कि लहर दास्ताने देती है आवाजों को अरमानों कि रोशनी सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इशारे देती है तरानों को किनारों कि सोच परख देती है खयालों को लहरों कि उमंग इरादे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ इशारे देती है तरानों को सपनों कि आस अफसाने देती है एहसासों को आशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है।
कदमों को अफसानों कि लहर इशारे देती है दिशाओं को अल्फाजों कि परख अफसाने देती है लहरों को दास्तानों कि सोच खयाल देती है अंदाजों को अरमानों कि रोशनी पुकार देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ किनारे देती है राहों को किनारों कि लहर आस देती है आशाओं को अदाओं कि सरगम पुकार देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह उम्मीदे देती है।
कदमों को अफसानों कि लहर तराने देती है जज्बातों को आशाओं कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि परख इशारे देती है लहरों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है जज्बातों को किनारों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश सोच देती है दिशाओं को अरमानों कि रोशनी सपने देती है आवाजों को अदाओं कि सुबह उम्मीदे देती है।
कदमों को अफसानों कि लहर नजारे देती है जज्बातों को दास्तानों कि समझ इशारे देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया तराने देती है दिशाओं को आशाओं कि समझ अरमान देती है सपनों को आवाजों कि सुबह इशारे देती है किनारों को लहरों कि सौगात सहारे देती है अफसानों को खयालों कि कोशिश पहचान देती है आशाओं को जज्बातों कि सुबह उम्मीदे देती है।
कदमों को अफसानों कि लहर आस देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि परख इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि कोशिश पहचान देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश समझ देती है अंदाजों को आशाओं कि सोच सहारे देती है लहरों को तरानों कि सुबह उम्मीदे देती है।
कदमों को अफसानों कि लहर दिशाएं देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है उम्मीदों को राहों कि पहचान तराने देती है इरादों को नजारों कि सौगात इशारे देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया अरमान देती है तरानों को आवाजों कि लहर आस देती है खयालों को सपनों कि समझ अफसाने देती है किनारों को लहरों कि सुबह उम्मीदे देती है।
कदमों को अफसानों कि लहर राहे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश समझ देती है दिशाओं को खयालों कि कोशिश आस देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश सहारे देती है कदमों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है इशारों को अरमानों कि रोशनी सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच आस देती है राहों को आशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...