Tuesday 4 February 2020

कविता. ३४०३. हर खयाल को कदमों कि आहट।

                                                हर खयाल को कदमों कि आहट।
हर खयाल को कदमों कि आहट सौगात देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच समझ देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को जज्बातों कि सुबह उम्मीदे देती है इशारों को अरमानों कि पहचान अदाएं देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी राह देती है एहसासों को अल्फाजों कि तलाश देती है।
हर खयाल को कदमों कि आहट सुबह देती है दास्तानों को अरमानों कि तलाश उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है अफसानों को सपनों कि सौगात सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश किनारे देती है राहों को अरमानों कि समझ पुकार देती है नजारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश देती है।
हर खयाल को कदमों कि आहट तराने देती है आवाजों को जज्बातों कि धून सरगम देती है अंदाजों को नजारों कि समझ अरमान देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है उजालों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि उमंग इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश राह देती है दिशाओं को अल्फाजों कि तलाश देती है।
हर खयाल को कदमों कि आहट अरमान देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है किनारों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है अफसानों को सपनों कि आस तलाश देती है अंदाजों को नजारों कि समझ दास्ताने देती है अंदाजों को नजारों कि राह किनारे देती है आशाओं को दिशाओं कि पहचान अदाएं देती है आशाओं को अल्फाजों कि तलाश देती है।
हर खयाल को कदमों कि आहट नजारे देती है बदलावों को दिशाओं कि सुबह पुकार देती है अदाओं को लहरों कि उमंग इशारे देती है अरमानों को कदमों कि सौगात तराने देती है आशाओं को लहरों कि सोच पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि परख लहरे देती है तरानों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है एहसासों को अल्फाजों कि तलाश देती है।
हर खयाल को कदमों कि आहट सौगात देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अंदाजों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है राहों को अरमानों कि तलाश आस देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच सुबह देती है दिशाओं को अल्फाजों कि तलाश देती है।
हर खयाल को कदमों कि आहट सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच सुबह देती है उम्मीदों को जज्बातों कि समझ किनारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इशारे देती है लहरों को अफसानों कि सोच समझ देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है उजालों को आशाओं कि निशानी राहे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश देती है।
हर खयाल को कदमों कि आहट सुबह देती है अंदाजों को अरमानों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि परख एहसास देती है आशाओं को कदमों कि आहट सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि सरगम समझ देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है अदाओं को अल्फाजों कि तलाश देती है।
हर खयाल को कदमों कि आहट उम्मीदे देती है राहों को अंदाजों कि लहर अरमान देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को आशाओं कि निशानी समझ देती है अरमानों को जज्बातों कि समझ कोशिश देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि पुकार आवाज देती है दिशाओं को अल्फाजों कि तलाश देती है।
हर खयाल को कदमों कि आहट समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को नजारों कि समझ पुकार देती है किनारों को लहरों कि सोच एहसास देती है आशाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश देती है।

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