Monday 17 February 2020

कविता. ३३३०. खयालों को कोशिश कि पहचान।

                                            खयालों को कोशिश कि पहचान।
खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है आशाओं को किनारों कि समझ सरगम देती है अदाओं को लहरों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश तलाश देती है अंदाजों को जज्बातों कि आस तराने देती है अदाओं को दास्तानों कि सोच सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ परख देती है राहों को अरमानों कि समझ देती है।
खयालों को कोशिश कि पहचान तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह रोशनी देती है अंदाजों को नजारों कि परख दास्ताने देती है जज्बातों को नजारों कि समझ सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच परख देती है किनारों को अदाओं कि कोशिश आस देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को अरमानों कि समझ देती है।
खयालों को कोशिश कि पहचान इशारे देती है आवाजों को जज्बातों कि आस उम्मीदे देती है तरानों को आशाओं कि सरगम धून देती है कोशिश को लम्हों कि आस परख देती है तरानों को कदमों कि आहट सौगात देती है अरमानों को कदमों कि आहट सुबह देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को अरमानों कि समझ देती है।
खयालों को कोशिश कि पहचान आस देती है दास्तानों को लहरों कि तलाश परख देती है आशाओं को किनारों कि सरगम धून देती है नजारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ आस देती है आशाओं को नजारों कि तलाश आस देती है अदाओं को अरमानों कि समझ देती है।
खयालों को कोशिश कि पहचान राहे देती है आशाओं को किनारों कि लहर दास्तान देती है कदमों को अंदाजों कि परख नजारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है किनारों को आवाजों कि तलाश तराने देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इरादे देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अरमानों कि समझ देती है।
खयालों को कोशिश कि पहचान जज्बात देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ किनारे देती है आशाओं को किनारों कि लहर दास्तान देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच कोशिश देती है राहों को लहरों कि उमंग इशारे देती है तरानों को आशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है आवाजों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है किनारों को अरमानों कि समझ देती है।
खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है किनारों को लहरों कि उमंग एहसास देती है जज्बातों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ उजाले देती है दिशाओं को तरानों कि सोच सहारे देती है अदाओं को अरमानों कि समझ देती है।
खयालों को कोशिश कि पहचान इशारे देती है कदमों को आशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है अदाओं को किनारों कि परख अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को अरमानों कि समझ देती है।
खयालों को कोशिश कि पहचान तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ दिशाएं देती है आशाओं को अदाओं कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सरगम देती है किनारों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है कदमों को अरमानों कि समझ देती है।
खयालों को कोशिश कि पहचान इरादे देती है किनारों को लहरों कि उमंग तलाश देती है अफसानों को सपनों कि आस एहसास देती है दास्तानों को कदमों कि सौगात अदाएं देती है अंदाजों को खयालों कि सुबह इरादे देती है जज्बातों को लहरों कि सोच नजारे देती है अफसानों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है आवाजों को अरमानों कि समझ देती है।

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