Wednesday 5 February 2020

कविता. ३४०५. हर नजारे को दास्तानों कि।

                                                  हर नजारे को दास्तानों कि।
हर नजारे को दास्तानों कि परख किनारे देती है लहरों को अल्फाजों कि कोशिश तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है अरमानों को कदमों कि सौगात तलाश देती है राहों को अंदाजों कि समझ तलाश देती है नजारों को जज्बातों कि सरगम धून देती है आशाओं को कदमों कि आहट पहचान देती है नजारों को अफसानों कि सोच देती है।
हर नजारे को दास्तानों कि समझ सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात इशारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सरगम देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है आवाजों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है अरमानों को राहों कि परख आस देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच देती है।
हर नजारे को दास्तानों कि सोच सहारे देती है खयालों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ सौगात देती है लहरों को अल्फाजों कि तलाश सपने देती है अदाओं को किनारों कि लहर राह देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है जज्बातों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है राहों को अफसानों कि सोच देती है।
हर नजारे को दास्तानों कि राह तराने देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को आवाजों कि सुबह रोशनी देती है लहरों को अंदाजों कि कोशिश पहचान देती है अल्फाजों को अफसानों कि सोच देती है।
हर नजारे को दास्तानों कि रोशनी उजाले देती है आशाओं को कदमों कि आहट सुबह देती है लहरों को दास्तानों कि समझ सौगात देती है नजारों को अफसानों कि सोच तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच परख देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ तराने देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच पुकार देती है आशाओं को अफसानों कि सोच देती है।
हर नजारे को दास्तानों कि लहर उम्मीदे देती है सपनों को अदाओं कि निशानी सरगम देती है अरमानों को किनारों कि लहर आस देती है अदाओं को आवाजों कि परख धून देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग उम्मीद देती है तरानों को अरमानों कि तलाश सपने देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच देती है।
हर नजारे को दास्तानों कि परख उजाले देती है कदमों को अंदाजों कि लहर सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है किनारों को जज्बातों कि समझ तलाश देती है खयालों को सपनों कि आस पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है अंदाजों को दास्तानों कि परख समझ देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच देती है।
हर नजारे को दास्तानों कि सुबह इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश तराने देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है राहों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को किनारों कि समझ सुबह देती है खयालों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच देती है।
हर नजारे को दास्तानों कि आस तराने देती है आवाजों को खयालों कि सोच सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि सरगम दिशाएं देती है खयालों को आशाओं कि निशानी सपने देती है जज्बातों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को लहरों कि उमंग सहारे देती है दिशाओं को अल्फाजों कि तलाश सपने देती है राहों को अफसानों कि सोच देती है।
हर नजारे को दास्तानों कि दिशाएं तलाश देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया आस देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि पहचान अदाएं देती है तरानों को आवाजों कि पुकार सहारे देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच देती है।

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