Sunday 2 February 2020

कविता. ३४००. किनारों को जज्बातों कि सोच।

                                         किनारों को जज्बातों कि सोच।
किनारों को जज्बातों कि सोच समझ कि उमंग देती है दास्तानों को अफसानों कि सरगम धून देती है अंदाजों को कदमों कि आहट तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को खयालों कि कोशिश पहचान देती है अंदाजों को नजारों कि कोशिश अदाएं देती है किनारों को आशाओं कि निशानी पुकार देती है राहों को लहरों कि आवाज देती है।
किनारों को जज्बातों कि सोच तराने कि परख देती है आशाओं को कदमों कि सौगात इशारे देती है दिशाओं को अफसानों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को सपनों कि सोच सहारे देती है आशाओं को दिशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है अदाओं को लहरों कि सौगात इशारे देती है नजारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को लहरों कि आवाज देती है।
किनारों को जज्बातों कि सोच सुबह कि आस देती है लहरों को अल्फाजों कि तलाश दास्ताने देती है आशाओं को लहरों कि उमंग इशारे देती है अदाओं को उजालों कि रोशनी उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है जज्बातों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है खयालों को अरमानों कि तलाश रोशनी देती है कदमों को लहरों कि आवाज देती है।
किनारों को जज्बातों कि सोच रोशनी कि सुबह देती है अंदाजों को अदाओं कि नजारे आवाज देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ राह देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है अल्फाजों को खयालों कि कोशिश परख देती है राहों को दिशाओं कि सोच समझ देती है एहसासों को लहरों कि आवाज देती है।
किनारों को जज्बातों कि सोच आस कि अहमियत देती है राहों को इशारों कि सौगात सहारे देती है अदाओं को तरानों कि पुकार आवाज देती है अल्फाजों को दिशाओं कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को अफसानों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि परख सोच देती है कदमों को आशाओं कि निशानी उमंग देती है दिशाओं को लहरों कि आवाज देती है।
किनारों को जज्बातों कि सोच राह कि पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को अल्फाजों कि समझ तलाश देती है नजारों को अफसानों कि सुबह इशारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि सोच‌ सरगम देती है अफसानों को तरानों कि पुकार सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश परख देती है सपनों को लहरों कि आवाज देती है।
किनारों को जज्बातों कि सोच कोशिश कि लहर देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ तराने देती है किनारों को जज्बातों कि परख आस देती है अंदाजों को दिशाओं कि तलाश लहरे देती है अरमानों को जज्बातों कि समझ पुकार देती है लहरों को अल्फाजों कि परख खयाल देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को लहरों कि आवाज देती है।
किनारों को जज्बातों कि सोच समझ कि तलाश देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है नजारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ उजाले देती है दिशाओं को लहरों कि आवाज देती है।
किनारों को जज्बातों कि सोच सपनों कि सुबह देती है उजालों को आशाओं कि निशानी अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सपने देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है राहों को अरमानों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को नजारों कि सोच पुकार देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश तराने देती है अदाओं को लहरों कि आवाज देती है।
किनारों को जज्बातों कि सोच आशाओं कि निशानी देती है उम्मीदों को राहों कि पहचान इशारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को अरमानों कि सुबह उम्मीदे देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ उजाले देती है दिशाओं को अदाओं कि कोशिश परख देती है खयालों को राहों कि पहचान इशारे देती है कदमों को लहरों कि आवाज देती है।

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