Wednesday 26 February 2020

कविता. ३३४८. किनारे को अफसानों कि समझ।

                                      ़       किनारे को अफसानों कि समझ।
किनारे को अफसानों कि समझ सरगम देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह अंदाज देती है लहरों को जज्बातों कि सोच कोशिश देती है आवाजों को सपनों कि आस पहचान देती है अरमानों को खयालों कि समझ तलाश देती है कदमों को आशाओं कि पहचान इशारों कि सौगात देती है।
किनारे को अफसानों कि समझ आस देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश तराने देती है अरमानों को खयालों कि सोच पहचान देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ इशारे देती है एहसासों को अल्फाजों कि पुकार आवाज देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग उजालों कि सौगात देती है।
किनारे को अफसानों कि समझ दास्तान देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है उम्मीदों को राहों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को आशाओं कि सोच सरगम देती है अंदाजों को किनारों कि समझ के अल्फाज कि सौगात देती है।
किनारे को अफसानों कि समझ दिशाएं देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है आशाओं को जज्बातों कि सरगम धून देती है तरानों को आवाजों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि समझ परख देती है लहरों को अफसानों कि समझ कोशिश देती है अरमानों को खयालों कि सोच के एहसास कि सौगात देती है।
किनारे को अफसानों कि समझ तराने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच अरमान देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया आवाज देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सहारे देती है जज्बातों को लहरों कि कोशिश पहचान देती है कदमों को आशाओं कि सरगम धून देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश के कदमों कि सौगात देती है।
किनारे को अफसानों कि समझ नजारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है खयालों को लहरों कि उमंग पहचान देती है अंदाजों को अरमानों कि समझ सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि परख दास्तान देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया आस देती है तरानों को आवाजों कि धून अफसाने देती है राहों को लहरों कि उमंग के अदाओं कि सौगात देती है।
किनारे को अफसानों कि समझ सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है नजारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि सुबह उजाले देती है अंदाजों को रोशनी कि समझ परख देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है राहों को लहरों कि उमंग इशारे देती है आवाजों को खयालों कि सुबह के उजालों कि सौगात देती है।
किनारे को अफसानों कि समझ कोशिश देती है अंदाजों को नजारों कि सौगात तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सुबह देती है किनारों को लहरों कि उमंग आस देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है अरमानों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश बदलाव देती है अंदाजों को नजारों कि सोच के कदमों कि सौगात देती है।
किनारे को अफसानों कि समझ नजारे देती है एहसासों को आशाओं कि सुबह सपने देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि रोशनी उजाले देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है कदमों को अफसानों कि सरगम आस देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अदाओं कि समझ के लहरों कि सौगात देती है।
किनारे को अफसानों कि समझ दास्ताने देती है दिशाओं को अरमानों कि कोशिश परख देती है आशाओं को तरानों कि पुकार सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश तराने देती है उजालों को बदलावों कि समझ रोशनी देती है अल्फाजों को कदमों कि आहट पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ राहे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश के दिशाओं कि सौगात देती है।

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