Monday 3 February 2020

कविता. ३४०१. हर खयाल को लम्हों कि।

                                                हर खयाल को लम्हों कि।
हर खयाल को लम्हों कि सुबह उजाले देती है एहसासों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सौगात देती है रोशनी को जज्बातों कि सुबह समझ देती है कोशिश को मुस्कान कि तलाश सबेरा देती है तरानों को अरमानों कि सौगात सहारे देती है किनारों को लहरों कि उमंग देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान उम्मीदे देती है अदाओं को किनारों कि लहर कोशिश देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच देती है राहों को किनारों कि सौगात इशारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ एहसास देती है अंदाजों को नजारों कि सोच पुकार देती है नजारों को लहरों कि उमंग देती है।
हर खयाल को लम्हों कि कोशिश तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून देती है किनारों को जज्बातों कि समझ सपने देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ तलाश देती है आशाओं को दिशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है जज्बातों को अरमानों कि तलाश आस देती है आशाओं को लहरों कि उमंग देती है।
हर खयाल को लम्हों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच परख देती है आशाओं को कदमों कि आहट देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है राह को मुस्कान कि दुनिया अफसाने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सुबह पुकार देती है आवाजों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को लहरों कि उमंग देती है।
हर खयाल को लम्हों कि समझ रोशनी देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है जज्बातों को किनारों कि सोच देती है अरमानों को सपनों कि आस सरगम देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को तरानों कि आहट सौगात देती है सपनों को लहरों कि उमंग देती है।
हर खयाल को लम्हों कि परख आस देती है अदाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है किनारों को जज्बातों कि कोशिश पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को आशाओं कि निशानी परख देती है अदाओं को लहरों कि उमंग देती है।
हर खयाल को लम्हों कि अदाएं रोशनी देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह तलाश देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश देती है अफसानों को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों को अल्फाजों कि समझ सरगम देती है तरानों को अरमानों कि तलाश सपने देती है कदमों को अंदाजों कि समझ पहचान देती है राहों को लहरों कि उमंग देती है।
हर खयाल को लम्हों कि सुबह कोशिश देती है जज्बातों को अंदाजों कि परख किनारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच देती है अदाओं को किनारों कि समझ इशारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सहारे देती है अंदाजों को राहों कि सौगात सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग देती है।
हर खयाल को लम्हों कि समझ सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सरगम धून देती है आशाओं को कदमों कि आहट अदाएं देती है अंदाजों को नजारों कि समझ परख देती है राहों को अरमानों कि तलाश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है तरानों को लहरों कि उमंग देती है।
हर खयाल को लम्हों कि निशानी इशारे देती है कदमों को आशाओं कि लहर अफसाने देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है दास्तानों को अफसानों कि निशानी आस देती है अंदाजों को नजारों कि पुकार देती है अंदाजों को नजारों कि उम्मीद तराने देती है राहों को अरमानों कि कोशिश परख देती है आवाजों को लहरों कि उमंग देती है।

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