Saturday 1 February 2020

कविता. ३३९८. उजाले को किनारे कि।

                                                          उजाले को किनारे कि।                          
उजाले को किनारे कि सौगात तलाश देती है रोशनी के साथ नजारों कि सरगम धून देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है अंदाजों को नजारों कि समझ तराने देती है खयालों को सोच कि पहचान इशारे देती है किनारों को लहरों कि उमंग इरादे देती है आशाओं को कदमों कि आहट अरमान देती है।
उजाले को किनारे कि सौगात इशारे देती है दास्तानों के साथ जज्बातों कि सोच इरादे देती है दिशाओं को किनारों कि लहर इरादे देती है उम्मीदों को राहों कि परख किनारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच जज्बात देती है अदाओं को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है राहों को खयालों कि आहट अरमान देती है।
उजाले को किनारे कि सौगात सहारे देती है आस के साथ आवाजों कि धून तराने देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश परख देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश पहचान देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट परख देती है अंदाजों को नजारों कि आहट अरमान देती है।
उजाले को किनारे कि सौगात तराने देती है राह के साथ नजारों कि तलाश सहारे देती है आशाओं को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश तलाश देती है लहरों को अफसानों कि सोच सहारे देती है तरानों को अदाओं कि कोशिश परख देती है खयालों को किनारों कि लहर समझ देती है लहरों को अल्फाजों कि आहट अरमान देती है।
उजाले को किनारे कि सौगात आस देती है दिशाओं के साथ जज्बातों कि रोशनी अदाएं देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ सुबह देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को किनारों कि समझ परख देती है आशाओं को नजारों कि तलाश आस देती है दिशाओं को अफसानों कि नजारे देती है राहों को जज्बातों कि आहट अरमान देती है।
उजाले को किनारे कि सौगात दास्ताने देती है कोशिश के साथ दिशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को आशाओं कि लहर सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि पहचान अदाएं देती है कदमों को आशाओं कि निशानी कहानी देती है अंदाजों को एहसासों कि रोशनी आस देती है तरानों को आवाजों कि धून देती है दिशाओं को बदलावों कि आहट अरमान देती है।
उजाले को किनारे कि सौगात जज्बात देती है अंदाजों के साथ तरानों कि सोच आवाज देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सुबह देती है उम्मीदों को खयालों कि निशानी तलाश देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच पहचान देती है इशारों को कदमों कि निशानी राह देती है दास्तानों को अफसानों कि आहट अरमान देती है।
उजाले को किनारे कि सौगात तलाश देती है आशाओं के साथ आवाजों कि धून सरगम देती है दास्तानों को अफसानों कि निशानी सुबह देती है राहों को दास्तानों कि परख समझ देती है कदमों को आशाओं कि लहर अल्फाज देती है दिशाओं को अंदाजों कि लहर सुबह देती है इरादों को नजारों कि तलाश आस देती है लहरों को अंदाजों कि आहट सरगम देती है।
उजाले को किनारे कि सौगात इशारा देती है दिशाओं के साथ आशाओं कि निशानी सहारा देती है जज्बातों को नजारों कि तलाश सुबह देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच खयाल देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि रोशनी इशारे देती है किनारों को लहरों कि उमंग नजारे देती है जज्बातों को खयालों कि आहट सरगम देती है।
उजाले को किनारे कि सौगात लहरे देती है आवाजों के साथ नजारों कि समझ इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि निशानी परख देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है किनारों को लहरों कि कोशिश पहचान देती है कदमों को आशाओं कि सोच सहारे देती है नजारों को अफसानों कि तलाश राहे देती है दास्तानों को अफसानों कि आहट सरगम देती है।

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