Saturday 7 November 2020

कविता.‌ ३८६०. किसी खयाल से जुडकर।

                                                                  किसी खयाल से जुडकर।

किसी खयाल से जुडकर दुनिया रंग अलग-सा लाती है आशाओं के पन्नों पर तसबीर अलग बन जाती है एहसासों से मिलकर राह नया इशारा देती है दास्तानों को अफसानों कि सौगात उजाले देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सरगम देती है अदाओं को किनारों कि सुबह मुस्कान देती है इरादों को अरमानों कि सोच दिशाएं देती है।

किसी खयाल से जुडकर रोशनी एहसास अलग-सा लाती है अंदाजों के दिशाओं पर उमंग बिखरती जाती है तरानों से मिलकर मुस्कान नया किनारा देती है इरादों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है कदमों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी उम्मीद देती है किनारों को सपनों कि सुबह दिशाएं देती है।

किसी खयाल से जुडकर समझ अफसाना अलग-सा लाती है तरानों के कदमों पर पहचान नजर आ जाती है आवाजों से मिलकर रोशनी नया इरादा देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख अल्फाज देती है लहरों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है जज्बातों को उजालों कि राह किनारे देती है रोशनी को जज्बातों कि सौगात दिशाएं देती है।

किसी खयाल से जुडकर सरगम इशारा अलग-सा लाती है बदलावों के अरमानों पर समझ खिलती जाती है जज्बातों से मिलकर आस नया उजाला देती है रोशनी को नजारों कि पहचान आस देती है कदमों को तरानों कि सौगात तलाश देती है अफसानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है इरादों को बदलावों कि राह दिशाएं देती है।

किसी खयाल से जुडकर रोशनी तराना अलग-सा लाती है आवाजों के इशारों पर पुकार निखरती जाती है अंदाजों से मिलकर रोशनी नया एहसास देती है दास्तानों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है बदलावों को अदाओं कि उमंग सपने देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है लहरों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है।

किसी खयाल से जुडकर सोच सपना अलग-सा लाती है किनारों के लहरों पर सरगम बिखरती है आशाओं से मिलकर सुबह नया तराना देती है अफसानों को नजारों कि सोच सहारे देती है आवाजों को अल्फाजों कि उम्मीद तलाश देती है एहसासों को जज्बातों कि आस अरमान देती है अंदाजों को खयालों कि सौगात दिशाएं देती है।

किसी खयाल से जुडकर मुस्कान इरादा अलग-सा लाती है जज्बातों के आवाजों पर उमंग खिलती है अंदाजों से मिलकर सरगम नया बहाना देती है इरादों को अरमानों कि समझ आस देती है लहरों को तरानों कि राह अफसाने देती है दास्तानों को आशाओं कि उम्मीद कोशिश देती है अफसानों को नजारों कि सुबह दिशाएं देती है।

किसी खयाल से जुडकर रोशनी उजाला अलग-सा लाती है सपनों के धागों पर आस निखरती है आशाओं से मिलकर उमंग नया तराना देती है अफसानों को नजारों कि सोच सहारे देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद बहाना देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है तरानों को सपनों कि उमंग दिशाएं देती है।

किसी खयाल से जुडकर आस किनारा अलग-सा लाती है अरमानों के दास्तानों पर सौगात खिलती है अंदाजों से मिलकर रोशनी नया एहसास देती है उजालों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को अल्फाजों कि परख तलाश देती है इरादों को अंदाजों कि राह अफसाने देती है दास्तानों को आशाओं कि सोच दिशाएं देती है।

किसी खयाल से जुडकर पुकार सपना अलग-सा लाती है अंदाजों के लहरों पर सरगम निखरती है आशाओं से मिलकर कोशिश नया इरादा देती है इरादों को जज्बातों कि आस पहचान देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी अफसाना देती है अदाओं को किनारों कि उम्मीद तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि कोशिश दिशाएं देती है।


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