Sunday 15 November 2020

कविता. ३८७५. किनारों से पूछ कर मुस्कान।

                                                                 किनारों से पूछ कर मुस्कान।

किनारों से पूछ कर मुस्कान इशारे देती है एहसासों को नये तराने देती है उम्मीद कि उंगली पकड़कर चल दे तो हर राह इरादे देती है आशाओं के कदमों को खयालों के सितारे देती है नजारों को जज्बातों कि पहचान सहारे देती है कोशिश को अल्फाजों कि तलाश अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात कदमों के नजारे देती है।

किनारों से पूछ कर मुस्कान तलाश देती है दिशाओं को नये सपने देती है आस कि सरगम पकड़कर चल दे तो हर कोशिश बदलाव देती है आवाजों के इशारों को तराने देती है लहरों को अफसानों कि सुबह कहानी देती है अरमानों को एहसासों कि सुबह मुस्कान देती है अल्फाजों को उजालों कि पहचान दास्तानों के नजारे देती है।

किनारों से पूछ कर मुस्कान कोशिश देती है लहरों को नये दास्ताने देती है रोशनी कि समझ पकड़कर चल दे तो हर पुकार आस देती है जज्बातों के अरमानों को लहरे देती है कोशिश को अल्फाजों कि उमंग परख देती है अंदाजों को खयालों कि सौगात उजाले देती है इरादों को एहसासों कि अहमियत बदलावों के नजारे देती है।

किनारों से पूछ कर मुस्कान सहारे देती है इरादों को नये सपने देती है कोशिश कि उंगली पकड़कर चल दे तो हर सौगात पहचान देती है दास्तानों के आवाजों को बदलाव देती है कदमों को खयालों कि सुबह आस देती है दिशाओं को बदलावों कि राह सपना देती है उजालों को नजारों कि सरगम एहसासों के नजारे देती है।

किनारों से पूछ कर मुस्कान तराने देती है दिशाओं को नये इशारे देती है उमंग कि सोच पकड़कर चल दे तो हर लहर अरमान देती है इरादों के अफसानों को सपना देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद सौगात देती है एहसासों को अदाओं कि सुबह सरगम देती है जज्बातों को अल्फाजों कि कहानी कदमों के नजारे देती है।

किनारों से पूछ कर मुस्कान तलाश देती है बदलावों को नये सबेरे देती है कोशिश कि लहर पकड़कर चल दे तो हर सोच दिशाएं देती है किनारों के अरमानों को रोशनी देती है अंदाजों को राहों कि सरगम पुकार देती है लहरों को अफसानों कि सौगात नजारे देती है आशाओं को खयालों कि पहचान एहसासों के नजारे देती है।

किनारों से पूछ कर मुस्कान दास्ताने देती है जज्बातों को नये तराने देती है बदलावों कि उम्मीद पकड़कर चल दे तो हर कोशिश लहरे देती है उजालों के इशारों को अल्फाज देती है उम्मीदों को इशारों कि राह सपना देती है बदलावों को अदाओं कि सुबह जज्बात देती है अंदाजों को लहरों कि उम्मीद तरानों के नजारे देती है।

किनारों से पूछ कर मुस्कान पुकार देती है दास्तानों को नये सपने देती है लहरों कि परख पकड़कर चल दे तो हर आवाज अरमान देती है सपनों के उजालों को रोशनी देती है इरादों को अफसानों कि सुबह सरगम देती है जज्बातों को आशाओं कि सौगात तलाश देती है कदमों को एहसासों कि समझ बदलावों के नजारे देती है।

किनारों से पूछ कर मुस्कान सपना देती है इशारों को नये अफसाने देती है इरादों कि उम्मीद पकड़कर चल दे तो हर सुबह तलाश देती है दिशाओं के एहसासों को जज्बात देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है रोशनी को अल्फाजों कि राह कोशिश के नजारे देती है।

किनारों से पूछ कर मुस्कान तराना देती है आशाओं को नये तराने देती है जज्बातों कि राह पकड़कर चल दे तो हर कोशिश अरमान देती है इरादों के अफसानों को समझ देती है लहरों को तरानों कि उम्मीद बदलाव देती है परख को एहसासों कि राह अरमान देती है इरादों से एहसासों को खयालों कि सौगात उजालों के नजारे देती है।




No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...