Monday 9 November 2020

कविता. ३८६३. इशारों को खयालों कि सोच।

                                                                      इशारों को खयालों कि सोच।

इशारों को खयालों कि सोच अहमियत देती है अरमानों को कदमों कि आहट एहसास देती है इरादों को सपनों कि सरगम पुकार देती है कोशिश को अंदाजों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह आस देती है परख को जज्बातों कि पुकार सहारे देती है लहरों को तरानों कि पहचान आस देती है उजालों को सुबह देती है।

इशारों को खयालों कि सोच सरगम देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ परख देती है कदमों को लहरों कि मुस्कान नजारे देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अदाएं देती है कोशिश को सपनों कि सौगात तलाश देती है रोशनी को नजारों कि समझ लहरे देती है दास्तानों को सुबह देती है।

इशारों को खयालों कि सोच कोशिश देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख उजाले देती है तरानों को सपनों कि सौगात उजाले देती है आशाओं को दास्तानों कि उम्मीद तलाश देती है सपनों को एहसासों कि कोशिश पुकार देती है कदमों को अंदाजों कि बदलावों कि राह अदाएं देती है किनारों को आवाजों कि धून दास्ताने देती है इरादों को सुबह देती है।

इशारों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को सपनों कि उम्मीद नजारे देती है लहरों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है सरगम को आशाओं कि सोच जज्बात देती है इरादों को अरमानों कि उमंग पहचान देती है रोशनी को अल्फाजों कि उमंग परख देती है आवाजों को सुबह देती है।

इशारों को खयालों कि सोच आस देती है इरादों को अरमानों कि उमंग पुकार देती है आवाजों को लम्हों कि कोशिश धून देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को अल्फाजों कि कहानी परख देती है आशाओं को उम्मीदों कि सरगम पहचान देती है अंदाजों को सुबह देती है।

इशारों को खयालों कि सोच सरगम देती है किनारों को आशाओं कि कोशिश परख देती है इरादों को सपनों कि उम्मीद तलाश देती है तरानों को सपनों कि राह अफसाने देती है कदमों को अंदाजों कि उमंग परख देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है किनारों को आशाओं कि सोच दास्तान देती है दिशाओं को सुबह देती है।

इशारों को खयालों कि सोच कोशिश देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है आशाओं को नजारों कि समझ अदाएं देती है दास्तानों को किनारों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को अल्फाजों कि परख कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पुकार देती है राहों को सुबह देती है।

इशारों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ दास्तान देती है किनारों को लहरों कि परख सौगात देती है आशाओं को कदमों कि आहट अरमान देती है दिशाओं कि उम्मीद तलाश देती है अल्फाजों को अदाओं कि समझ पहचान देती है दास्तानों को अंदाजों कि उमंग तराने देती है कोशिश को सुबह देती है।

इशारों को खयालों कि सोच अदाएं देती है नजारों को अरमानों कि आस पहचान देती है कदमों को अंदाजों कि राह अफसाने देती है उजालों को कोशिश कि सरगम पुकार देती है तरानों को सपनों कि उमंग परख देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पहचान देती है लहरों को बदलावों कि उम्मीद अदाएं देती है इरादों को  सुबह देती है।

इशारों को खयालों कि सोच समझ देती है कदमों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है अरमानों को नजारों कि उम्मीद सरगम देती है उम्मीदों को तरानों कि राह अफसाने देती है उजालों को बदलावों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है किनारों को आशाओं कि सोच दिशाएं देती है लहरों को सुबह देती है।


No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...