Wednesday 25 November 2020

कविता. ३८९५. बादलों को सपनों कि सुबह।

                                                               बादलों को सपनों कि सुबह।

बादलों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सौगात देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को अफसानों कि सुबह आस देती है आवाजों को लम्हों कि सौगात उमंग देती है इरादों को अरमानों कि सरगम पुकार देती है किनारों को उम्मीदों कि सोच देती है।

बादलों को सपनों कि सुबह आस देती है कदमों को खयालों कि सरगम धून देती है किनारों को आशाओं कि पहचान पुकार देती है इरादों को अरमानों कि उमंग पुकार देती है कोशिश को अंदाजों कि राह अंदाज देती है दिशाओं को बदलावों कि राह तराना देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सौगात देती है रोशनी को नजारों कि सोच देती है।

बादलों को सपनों कि सुबह सरगम देती है इरादों को अंदाजों कि राह अफसाना देती है नजारों को अरमानों कि उमंग परख देती है आशाओं को खयालों कि सोच सहारा देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह आस देती है लम्हों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है कोशिश को अंदाजों कि सोच देती है।

बादलों को सपनों कि सुबह किनारा देती है दास्तानों को अदाओं कि सौगात कोशिश देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी बदलाव देती है कोशिश को अंदाजों कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को अफसानों कि सोच सरगम देती है कदमों को अरमानों कि उमंग परख देती है दिशाओं को खयालों कि सौगात किनारा देती है जज्बातों को अदाओं कि सोच देती है।

बादलों को सपनों कि सुबह सरगम देती है आशाओं को खयालों कि समझ सपना देती है उम्मीदों को कोशिश कि लहर तराने देती है अफसानों को कदमों कि आस पहचान देती है नजारों को अल्फाजों कि परख सहारा देती है इशारों को नजारों कि उम्मीद तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है आशाओं को लम्हों कि सोच देती है।

बादलों को सपनों कि सुबह आस देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है तरानों को अरमानों कि उमंग दिशाएं देती है दास्तानों को अंदाजों कि रोशनी सहारे देती है लहरों को अफसानों कि समझ सरगम देती है आशाओं को खयालों कि सरगम पुकार देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद अफसाना देती है इरादों को अदाओं कि सोच देती है।

बादलों को सपनों कि सुबह एहसास देती है कदमों को खयालों कि राह सहारे देती है दास्तानों को किनारों कि रोशनी इशारे देती है कोशिश को अल्फाजों कि समझ दिशाएं देती है कदमों को अंदाजों कि सौगात तराने देती है मुस्कान को लम्हों कि सरगम पुकार देती है कदमों को एहसासों कि सुबह आस देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच देती है।

बादलों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है इरादों को कोशिश कि सरगम पुकार देती है जज्बातों को आवाजों कि सोच सहारे देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है एहसासों को अदाओं कि सुबह आस देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अफसाना देती है अरमानों को रोशनी कि राह उमंग देती है किनारों को लहरों कि सोच देती है।

बादलों को सपनों कि सुबह आवाज देती है आशाओं को खयालों कि समझ सौगात देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह आस देती है अरमानों को कदमों कि आहट अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद सौगात देती है तरानों को खयालों कि सुबह दिशाएं देती है अंदाजों को तरानों कि आस परख देती है उमंग को अल्फाजों कि सोच देती है।

बादलों को सपनों कि सुबह आस देती है जज्बातों को नजारों कि सोच सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात पहचान देती है अफसानों को दास्तानों कि उमंग परख देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग कोशिश देती है अरमानों को कदमों कि आहट लहरे देती है इशारों को अल्फाजों कि उम्मीद तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि सोच देती है।






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