Friday 27 November 2020

कविता. ३८९९. कोशिश लम्हों से जुडकर।

                                                                  कोशिश लम्हों से जुडकर।

कोशिश लम्हों से जुडकर एहसास बन जाती है जज्बातों को अरमानों कि सौगात सहारे लाती है किनारों को अफसानों कि सुबह सरगम देती है लहरों को दिशाओं कि उमंग पहचान देती है एहसासों को दिशाओं कि उमंग तराने देती है आशाओं को खयालों कि सोच सहारे देती है किनारों को सपनों कि उम्मीद अहमियत संग अफसाने देती है।

कोशिश लम्हों से जुडकर रोशनी बन जाती है उजालों को नजारों कि सोच सरगम देती है खयालों को दास्तानों कि कहानी परख देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अल्फाज देती है इरादों को आवाजों कि धून सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ नजारा देती है आशाओं को खयालों कि सौगात अहमियत संग एहसास देती है।

कोशिश को लम्हों से जुडकर आस बन जाती है उम्मीदों को जज्बातों कि आस सौगात देती है दिशाओं को एहसासों कि समझ अरमान देती है इरादों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है अंदाजों को राहों कि तलाश सहारे देती है आशाओं को किनारों कि उमंग परख देती है आवाजों को तरानों कि आस अहमियत संग अरमान देती है।

कोशिश को लम्हों से जुडकर आवाज बन जाती है किनारों को आशाओं कि समझ रोशनी देती है तरानों को सपनों कि उम्मीद उमंग देती है अल्फाजों को कदमों कि आहट पहचान देती है अदाओं को आशाओं कि सोच सरगम देती है तरानों को खयालों कि समझ अरमान देती है दिशाओं को बदलावों कि कहानी अहमियत संग किनारा देती है।

कोशिश को लम्हों से जुडकर जज्बात बन जाती है आवाजों को अल्फाजों कि कहानी पुकार देती है उजालों को नजारों कि सोच सरगम देती है अदाओं को सपनों कि राह आस देती है कदमों को खयालों कि सौगात उमंग देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद कहानी देती है नजारों को अफसानों कि उम्मीद अहमियत संग अदाएं देती है।

कोशिश को लम्हों से जुडकर सपना बन जाती है जज्बातों को सपनों कि उम्मीद तलाश देती है इशारों को अल्फाजों कि सुबह मुस्कान देती है तरानों को खयालों कि सोच पहचान देती है दास्तानों को कदमों कि पुकार सहारे देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अरमान देती है इरादों को एहसासों कि सरगम अहमियत संग दास्तान देती है।

कोशिश को लम्हों से जुडकर रोशनी बन जाती है कदमों को खयालों कि सौगात उमंग देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच दिशाएं देती है लहरों को अफसानों कि कोशिश पुकार देती है किनारों को आशाओं कि कहानी ‌दास्तान देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी परख देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग अहमियत संग आस देती है।

कोशिश को लम्हों से जुडकर आस बन जाती है आशाओं को दास्तानों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को सपनों कि सौगात तलाश देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है तरानों को खयालों कि समझ परख देती है इरादों को अंदाजों कि पुकार जज्बात देती है नजारों को अरमानों कि समझ अहमियत संग सोच देती है।

कोशिश को लम्हों से जुडकर तलाश बन जाती है आवाजों को अल्फाजों कि रोशनी सहारा देती है नजारों को अफसानों कि कहानी तराना देती है इरादों को अंदाजों कि कहानी सपना देती है इशारों को अल्फाजों कि सुबह एहसास देती है उजालों को सपनों कि पहचान आस देती है इशारों को जज्बातों कि राह अहमियत संग समझ देती है।

कोशिश को लम्हों से जुडकर बदलाव बन जाती है जज्बातों को अरमानों कि समझ सौगात देती है इरादों को अंदाजों कि सरगम तलाश देती है अफसानों को नजारों कि दास्तान तराना देती है अरमानों को कदमों कि आहट बदलाव देती है इशारों को अल्फाजों कि सौगात उमंग देती है एहसासों को सपनों कि कहानी अहमियत संग तलाश देती है।








No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...