Monday 9 November 2020

कविता. ३८६४. हर लम्हे संग एहसास को।

                                                                 हर लम्हे संग एहसास को।

हर लम्हे संग एहसास को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सरगम देती है किनारों को नजारों कि सोच पहचान देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है उम्मीदों को कोशिश कि लहर बदलाव देती है तरानों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है कदमों को खयालों कि समझ अल्फाज देती है।

हर लम्हे संग एहसास को दिशाओं कि उमंग परख देती है अरमानों को कदमों कि आहट अदाएं देती है दास्तानों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है आशाओं को सपनों कि उम्मीद तलाश देती है राहों को एहसासों कि कोशिश अहमियत देती है इरादों को अदाओं कि सुबह अल्फाज देती है।

हर लम्हे संग एहसास को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है नजारों को अफसानों कि सोच सुबह देती है अंदाजों को तरानों कि राह अरमान देती है इशारों को अल्फाजों कि उमंग पहचान देती है जज्बातों को लहरों कि आस परख देती है दास्तानों को उमंग अदाओं कि समझ कोशिश देती है किनारों को सपनों कि राह अल्फाज देती है।

हर लम्हे संग एहसास को आवाजों कि सरगम पुकार देती है जज्बातों को अरमानों कि उमंग परख देती है इरादों को अरमानों कि समझ सौगात देती है सपनों को अंदाजों कि सोच दिशाएं देती है कदमों को आशाओं कि कहानी पुकार देती है आशाओं को अरमानों कि परख सरगम देती है जज्बातों को आवाजों कि धून अल्फाज देती है।

हर लम्हे संग एहसास को किनारों कि कहानी कोशिश देती है दिशाओं को खयालों कि सुबह मुस्कान देती है रोशनी को नजारों कि सोच अफसाने देती है लहरों को अफसानों कि सुबह आस देती है किनारों को सपनों कि सुबह सरगम देती है दास्तानों को अफसानों कि कोशिश तलाश देती है अंदाजों को खयालों कि सौगात अल्फाज देती है।

हर लम्हे संग एहसास को सपनों कि सुबह किनारे देती है इरादों को अरमानों कि तलाश इशारे देती है आशाओं को खयालों कि समझ बहाने देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तराने देती है किनारों को जज्बातों कि सोच सरगम देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अफसाने देती है कदमों को आवाजों कि कहानी अल्फाज देती है।

हर लम्हे संग एहसास को नजारों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को सपनों कि राह अफसाने देती है तरानों को जज्बातों कि आस पहचान देती है अंदाजों को सपनों कि परख अरमान देती है कदमों को अंदाजों कि रोशनी उम्मीद देती है तरानों को खयालों कि सोच सरगम देती है एहसासों को सपनों कि उमंग अल्फाज देती है।

हर लम्हे संग एहसास को जज्बातों कि आस पहचान देती है कदमों को खयालों कि सोच सरगम देती है आशाओं को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है किनारों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है बदलावों को अदाओं कि सरगम पुकार देती है अफसानों को नजारों कि समझ तराने देती है किनारों को अदाओं कि सोच अल्फाज देती है।

हर लम्हे संग एहसास को दिशाओं कि उमंग परख देती है किनारों को सपनों कि सुबह आस देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अफसाने देती है नजारों को अरमानों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को सपनों कि रोशनी जज्बात देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है अफसानों को पुकार कि उम्मीद अल्फाज देती है।

हर लम्हे संग एहसास को तरानों कि राह अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश पुकार देती है जज्बातों को कदमों कि आहट अरमान जगाती है अंदाजों को खयालों कि सुबह तराने देती है आवाजों को सपनों कि रोशनी उमंग देती है इरादों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है लहरों को तरानों कि समझ अल्फाज देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...