Monday 30 November 2020

कविता. ३९०६. रोशनी को नजारों कि।

                                                                 रोशनी को नजारों कि।

रोशनी को नजारों कि सुबह आस देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद तराने देती है कदमों को खयालों कि सोच कोशिश देती है किनारों को एहसासों कि समझ सरगम देती है उजालों को नजारों कि सोच मुस्कान देती है अंदाजों को खयालों कि सौगात उमंग देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है आशाओं कि कहानी पुकार देती है। 

रोशनी को नजारों कि सुबह सरगम देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अफसाना देती है दास्तानों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है जज्बातों को सपनों कि कोशिश धून देती है इरादों को अरमानों कि उम्मीद तलाश देती है किनारों को आवाजों कि धून तराने देती है अदाओं कि सौगात पुकार देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को खयालों कि सोच सरगम देती है लहरों को अफसानों कि समझ रोशनी देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात उमंग देती है तरानों को नजारों कि समझ अरमान देती है आशाओं को कोशिश कि सरगम सुबह देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अल्फाज देती है किनारों कि सोच पुकार देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह अदाएं देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ सौगात देती है आवाजों को किनारों कि उम्मीद तलाश देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सरगम देती है इशारों को कदमों कि आहट अदाएं देती है उजालों को बदलावों कि राह खयाल देती है अदाओं को लहरों कि सोच दिशाएं देती है इशारों कि पहचान पुकार देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह आस देती है लहरों को तरानों कि उम्मीद तलाश देती है कोशिश को अंदाजों कि राह अफसाना देती है दास्तानों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है किनारों को अरमानों कि उम्मीद कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि कोशिश सौगात देती है बदलावों को आशाओं कि उमंग तलाश देती है आवाजों कि परख पुकार देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह कोशिश देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है कदमों को अदाओं कि सोच सरगम देती है तरानों को किनारों कि सुबह मुस्कान देती है कोशिश को अंदाजों कि राह तलाश देती है कदमों को सपनों कि उम्मीद तलाश देती है इरादों को अरमानों कि उमंग अहमियत देती है अफसानों कि आवाज पुकार देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह मुस्कान देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश सोच देती है आशाओं को सपनों कि उम्मीद सौगात देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सरगम देती है लहरों को अफसानों कि सुबह आस देती है तरानों को खयालों कि सोच अदाएं देती है किनारों कि उम्मीद पुकार देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह सरगम देती है जज्बातों को अदाओं कि सोच किनारा देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है आशाओं को खयालों कि सौगात तलाश देती है कदमों को बदलावों कि सोच सहारे देती है किनारों को लहरों कि राह अरमान देती है कोशिश को अल्फाजों कि उमंग तलाश देती है बदलावों कि उम्मीद पुकार देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह आस देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख आवाज देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सरगम देती है किनारों को आशाओं कि उमंग अदाएं देती है अफसानों को नजारों कि उम्मीद तलाश देती है जज्बातों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है इरादों को एहसासों कि समझ परख देती है कोशिश कि उम्मीद पुकार देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह मुस्कान देती है इरादों को अंदाजों कि राह अफसाना देती है अदाओं को लहरों कि सोच जज्बात देती है आवाजों को लम्हों कि सौगात तराने देती है कोशिश को अल्फाजों कि सुबह आस देती है कदमों को अरमानों कि समझ अफसाना देती है लहरों को अंदाजों कि राह अरमान देती है दिशाओं कि उम्मीद पुकार देती है।











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