Wednesday 7 August 2019

कविता ३०४२. हर एहसास कि पूंजी।

                                                                            हर एहसास कि पूंजी।
हर एहसास कि पूंजी आस अलगसी देती है दास्तानों को जज्बातों कि सोच पहचान अलगसी देती है दिशाओं को कदमों कि तलाश नजारे देती है किनारों को अंदाजों कि सरगम धून देती है परख को अंदाजों कि पुकार दास्ताने देती है कोशिश को अफसानों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को तरानों कि आवाज एहसास कि धाराएं देती है राहों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है।
हर एहसास कि पूंजी अदा अलगसी देती है दिशाओं को कदमों कि आहट राह अलगसी देती है दास्तानों को जज्बातों कि समझ इशारे देती है अल्फाजों को किनारों कि समझ उमंग देती है अदाओं को अरमानों कि सोच सपने देती है अफसानों को कदमों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को अरमानों कि सोच तलाश देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है।
हर एहसास कि पूंजी राह अलगसी देती है कदमों को किनारों कि समझ उमंग अलगसी देती है तरानों को अरमानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अदाओं कि तलाश सहारे देती है किनारों को जज्बातों कि समझ उम्मीद देती है दास्तानों को अदाओं कि सोच सहारे देती है कदमों को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है एहसासों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है।
हर एहसास कि पूंजी परख अलगसी देती है कोशिश को अफसानों कि सोच उम्मीद अलगसी देती है अदाओं को किनारों कि सुबह इशारे देती है अल्फाजों को अरमानों कि लहर सपने देती है आशाओं को कोशिश कि सौगात पुकार देती है कदमों को जज्बातों कि तलाश तराने देती है तरानों को दिशाओं कि आवाज तराने देती है अदाओं को अंदाजों कि तलाश इशारे देती है।
हर एहसास कि पूंजी राह अलगसी देती है दास्तानों को अदाओं कि परख उमंग अलगसी देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ बदलाव देती है कदमों को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है अल्फाजों को किनारों कि सुबह नजारे देती है दास्तानों को अदाओं कि समझ उम्मीद देती है कोशिश को अफसानों कि पुकार धून देती है राहों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है।
हर एहसास कि पूंजी लहर अलगसी देती है नजारों को एहसासों कि सोच उम्मीद अलगसी देती है दास्तानों को अदाओं कि सोच सहारे देती है किनारों को जज्बातों कि समझ बदलाव देती है तरानों को अरमानों कि सोच सहारे देती है अदाओं को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ सपने देती है एहसासों को आशाओं कि तलाश इशारे देती है।
हर एहसास कि पूंजी परख अलगसी देती है अल्फाजों को जज्बातों कि समझ उमंग अलगसी देती है दिशाओं को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है दास्तानों को अदाओं कि समझ उम्मीद देती है किनारों को लहरों कि तलाश तराने देती है राहों को अफसानों कि सोच पहचान देती है तरानों को जज्बातों कि आहट अरमान देती है दास्तानों को अदाओं कि तलाश इशारे देती है।
हर एहसास कि पूंजी कोशिश अलगसी देती है दास्तानों को अदाओं कि परख राह अलगसी देती है जज्बातों को नजारों कि सोच पहचान देती है कोशिश को अफसानों कि कहानी उम्मीदे देती है दिशाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को कदमों कि सरगम धून देती है अल्फाजों को अंदाजों कि तलाश इशारे देती है।
हर एहसास कि पूंजी अदा अलगसी देती है कदमों को अरमानों कि सौगात आस अलगसी देती है आवाजों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है अदाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है उजालों को नजारों कि रोशनी एहसास देती है किनारों को अंदाजों कि पहचान अल्फाज देती है अदाओं को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है।
हर एहसास कि पूंजी परख अलगसी देती है सपनों को जज्बातों कि सोच उम्मीद अलगसी देती है दास्तानों को दिशाओं कि लहर सपने देती है किनारों को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है कदमों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को राहों कि समझ उमंग देती है अदाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है किनारों को एहसासों कि तलाश इशारे देती है।

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