Saturday 31 August 2019

कविता. ३०८९. हर नजर मे किसी उम्मीद कि।

                                                                  हर नजर को किसी उम्मीद कि।
हर नजर मे किसी उम्मीद कि तलाश होती है जो दास्तानों को राहों कि समझ को एहसासों कि रोशनी कोशिश देती है तरानों को बदलावों कि परख उजाले देती है किनारों को अरमानों कि सोच सपने देती है कदमों को आशाओं कि परख राहे देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश एहसास देती है दिशाओं को कदमों कि पहचान इशारे देती है कदमों को किनारों कि सुबह इशारे देती है।
हर नजर मे किसी उम्मीद कि उमंग होती है जो लहरों को नजारों कि सोच को अफसानों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है अदाओं को अंदाजों कि सोच सपने देती है परख को कोशिश कि समझ उजाले देती है दास्तानों को कदमों कि सुबह नजारे देती है आशाओं को अरमानों कि समझ बदलाव देती है जज्बातों को अंदाजों कि सुबह इशारे देती है।
हर नजर मे किसी उम्मीद कि सोच होती है जो तरानों को आशाओं कि परख को अंदाजों कि किरण सहारे देती है उजालों को रोशनी कि राह पहचान देती है कोशिश को जज्बातों कि परख किनारे देती है अल्फाजों को एहसासों कि परख दास्ताने देती है किनारों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है अदाओं को किनारों कि तलाश तराने देती है कदमों को अरमानों कि सुबह इशारे देती है।
हर नजर मे किसी उम्मीद के तराने होती है जो कदमों को अरमानों कि समझ को एहसासों कि सोच सपने देती है तरानों को बदलावों कि तलाश किनारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ उमंग देती है अदाओं को दास्तानों कि पहचान अल्फाज देती है आशाओं को अरमानों कि रंगत एहसास देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच सपने देती है कोशिश को जज्बातों कि सुबह इशारे देती है।
हर नजर मे किसी उम्मीद कि कोशिश होती है जो दास्तानों को उजालों कि पहचान को जज्बातों कि सोच रोशनी देती है राहों को अंदाजों कि तलाश देती है कदमों को एहसासों कि परख सपने देती है अदाओं को किनारों कि परख अफसाने देती है कदमों को जज्बातों कि समझ बदलाव देती है कदमों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है किनारों को अरमानों कि सुबह इशारे देती है।
हर नजर मे किसी उम्मीद कि राह होती है जो रोशनी को बदलावों कि परख को उजालों कि परख किनारे देती है आशाओं को कोशिश कि समझ देती है किनारों को जज्बातों कि सोच पहचान देती है अल्फाजों को अरमानों कि समझ उमंग देती है कदमों को अंदाजों कि सोच पहचान देती है जज्बातों को आशाओं कि समझ लहर देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह इशारे देती है।
हर नजर मे किसी उम्मीद कि परख होती है जो उजाले को तरानों कि समझ को एहसासों कि लहर सपने देती है अल्फाजों को अरमानों कि सोच देती है आशाओं को अफसानों कि समझ उम्मीद देती है उम्मीदों को एहसासों कि सुबह अफसाने देती है किनारों को अदाओं कि तलाश तराने देती है आशाओं को कोशिश कि परख उजाले देती है अदाओं को किनारों कि सुबह इशारे देती है।
हर नजर मे किसी उम्मीद कि सोच होती है जो सपने को सांसों कि उमंग को अरमानों कि सोच सहारे देती है कोशिश को दिशाओं कि लहर अल्फाज देती है कदमों को एहसासों कि लहर सपने देती है आशाओं को कोशिश कि तलाश दास्ताने देती है अदाओं को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है आशाओं को अंदाजों कि सुबह इशारे देती है।
हर नजर मे किसी उम्मीद कि पुकार होती है जो उजाले को रोशनी कि नजारों को आशाओं कि परख किनारे देती है दास्तानों को कदमों कि आस एहसास देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है कोशिश को अफसानों कि सोच सपने देती है अदाओं को किनारों कि लहर अल्फाज देती है अंदाजों को दास्तानों कि समझ उमंग देती है कदमों को दिशाओं कि सुबह इशारे देती है।
हर नजर मे किसी उम्मीद कि पहचान होती है जो रोशनी को बदलावों कि परख को अंदाजों कि सोच सपने देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश तराने देती है कदमों को एहसासों कि सरगम धून देती है आशाओं को अंदाजों कि तलाश तराने देती है किनारों को जज्बातों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है अल्फाजों को अंदाजों कि सुबह इशारे देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...