Friday 16 August 2019

कविता. ३०६०. हर किनारे को अरमानों कि सोच।

                                                                   हर किनारे को अरमानों कि सोच।
हर किनारे को अरमानों कि सोच सपने देती है कदमों को अरमानों कि समझ उमंग देती है अल्फाजों को दिशाओं कि सोच पहचान देती है कोशिश को अफसानों कि तलाश इशारे देती है आशाओं को कोशिश कि परख उजाले देती है अदाओं को दिशाओं कि आस पुकार देती है किनारों को अंदाजों कि लहर सपने देती है अफसानों को कदमों कि आहट इशारे कि सौगात खयाल देती है।
हर किनारे को अरमानों कि सोच पहचान देती है दिशाओं को किनारों कि सुबह नजारे देती है रंगों को सपनों कि सौगात खयाल देती है अदाओं को अंदाजों कि कोशिश एहसास देती है बदलावों को अदाओं कि समझ उमंग देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अफसाने देती है अल्फाजों को जज्बातों कि समझ उम्मीद देती है कोशिश को अंदाजों कि आस पुकार कि रोशनी खयाल देती है।
हर किनारे को अरमानों कि सोच सहारे देती है अदाओं को कोशिश कि तलाश इशारे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अफसाने देती है कदमों को जज्बातों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश तराने देती है किनारों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को आवाजों कि धून सरगम देती है अदाओं को दास्तानों कि सौगात परख कि धाराएं खयाल देती है।
हर किनारे को अरमानों कि सोच आवाज देती है कदमों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को आशाओं कि तलाश तराने देती है किनारों को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि उम्मीद उजाले देती है कोशिश को नजारों कि सोच देती है अल्फाजों को कदमों कि आहट इशारे कि सौगात खयाल देती है।
हर किनारे को अरमानों कि सोच परख देती है दिशाओं को आशाओं कि तलाश तराने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट इशारे देती है अदाओं को कोशिश कि परख उजाले देती है उम्मीदों को दास्तानों कि समझ उमंग देती है कदमों को अरमानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अंदाजों कि तलाश इशारे देती है आशाओं को किनारों कि पहचान अल्फाज कि सोच खयाल देती है।
हर किनारे को अरमानों कि सोच सपने देती है अदाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सुबह नजारे देती है एहसासों को आशाओं कि कोशिश अदाएं देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है अदाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है दास्तानों को राहों कि समझ उमंग देती है अल्फाजों को अंदाजों कि तलाश तराने कि धून खयाल देती है।
हर किनारे को अरमानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को आवाजों कि धून उम्मीदे देती है दिशाओं को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है आशाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है अदाओं को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है दिशाओं को राहों कि पहचान अल्फाज देती है दास्तानों को कदमों कि तलाश सहारे देती है आशाओं को कोशिश कि परख उजाले कि राह खयाल देती है।
हर किनारे को अरमानों कि सोच तराने देती है आवाजों को अंदाजों कि तलाश इशारे देती है अल्फाजों को जज्बातों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को राहों कि सरगम धून देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है अल्फाजों को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है परख को दिशाओं कि समझ उजाले देती है दास्तानों को अल्फाजों कि आहट इशारे कि सौगात खयाल देती है।
हर किनारे को अरमानों कि सोच सपने देती है अल्फाजों को अदाओं कि परख उजाले देती है अदाओं को उम्मीदों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को जज्बातों कि सोच सपने देती है कोशिश को अफसानों कि तलाश इशारे देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ उम्मीद देती है कदमों को अदाओं कि तलाश तराने देती है अफसानों को एहसासों कि सोच सपने कि रोशनी खयाल देती है।
हर किनारे को अरमानों कि सोच परख देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अफसाने देती है दिशाओं को अंदाजों कि तलाश तराने देती है अदाओं को आशाओं कि समझ उमंग देती है दिशाओं को कदमों कि सोच सपने देती है परख को कोशिश कि तलाश इशारे देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है सपनों कि सौगात अफसाने कि समझ खयाल देती है।

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