Saturday 10 August 2019

कविता. ३०४७. हर खयाल संग मौसम के।

                                                                  हर खयाल संग मौसम के।
हर खयाल संग मौसम के बदलावों कि परख उजाले देती है दास्तानों को दिशाओं कि समझ कि उमंग अलगसी होती है हवाओं को एहसासों कि सोच सहारे देती है किनारों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है अदाओं को जज्बातों कि समझ उम्मीद देती है राहों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है अल्फाजों को अरमानों कि पुकार देती है।
हर खयाल संग मौसम के दिशाओं कि तलाश इशारे देती है अल्फाजों को अंदाजों कि समझ कि उम्मीद अलगसी होती है आवाजों को धून कि पहचान अल्फाज देती है दास्तानों को राहों कि तलाश इरादे देती है कोशिश को अफसानों कि तलाश तराने देती है कदमों को जज्बातों कि समझ इशारे देती है अदाओं को किनारों कि लहर सपने देती है आशाओं को अरमानों कि पुकार देती है।
हर खयाल संग मौसम के आशाओं कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच कि दास्तान अलगसी होती है किनारों को अरमानों कि तलाश इशारे देती है कदमों को अंदाजों कि समझ राहे देती है अदाओं को अंदाजों कि सोच सहारे देती है कोशिश को अंदाजों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अफसाने देती है आवाजों को अरमानों कि पुकार देती है।
हर खयाल संग मौसम के दास्तानों कि सौगात परख देती है अल्फाजों को अंदाजों कि सोच कि पुकार अलगसी होती है कदमों को जज्बातों कि समझ उम्मीद देती है कोशिश को अफसानों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को जज्बातों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को राहों कि पहचान अल्फाज देती है कोशिश को जज्बातों कि समझ उमंग देती है उजालों को अरमानों कि पुकार देती है।
हर खयाल संग मौसम के आवाजों कि धून समझ देती है कोशिश को अफसानों कि तलाश कि राह अलगसी होती है आशाओं को अंदाजों कि तलाश सहारे देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सोच उम्मीद देती है अदाओं को दास्तानों कि सौगात खयाल देती है अदाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है दिशाओं को किनारों कि सुबह इशारे देती है अल्फाजों को अरमानों कि पुकार देती है।
हर खयाल संग मौसम के रंगों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट कि समझ अलगसी होती है कोशिश को जज्बातों कि सोच उजाले देती है अदाओं को किनारों कि सुबह इशारे देती है कदमों को अंदाजों कि तलाश कोशिश देती है एहसासों को आशाओं कि समझ उमंग देती है अल्फाजों को अदाओं कि परख पहचान देती है दास्तानों को अरमानों कि पुकार देती है।
हर खयाल संग मौसम के दास्तानों कि सौगात परख देती है अल्फाजों को किनारों कि तलाश कि उमंग अलगसी होती है कदमों को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है राहों को अफसानों कि परख उजाले देती है कोशिश को दिशाओं कि परख उजाले देती है किनारों को लहरों कि समझ उम्मीद देती है अदाओं को अरमानों कि पुकार देती है।
हर खयाल संग मौसम के दिशाओं कि आस एहसास देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच कि दास्तान अलगसी होती है आवाजों को किनारों कि सुबह इशारे देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है अल्फाजों को आशाओं कि तलाश तराने देती है दिशाओं को अदाओं कि समझ उमंग देती है दास्तानों को राहों कि पहचान अल्फाज देती है दिशाओं को अरमानों कि पुकार देती है।
हर खयाल संग मौसम के आशाओं कि परख उजाले देती है रोशनी को दास्तानों कि सौगात कि सोच अलगसी होती है अफसानों को कदमों कि तलाश तराने देती है किनारों को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है किनारों को लहरों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच उम्मीद देती है दास्तानों को अरमानों कि पुकार देती है।
हर खयाल संग मौसम के रंगों कि तलाश तराने देती है कोशिश को अफसानों कि समझ कि उमंग अलगसी होती है आवाजों को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है दास्तानों को कदमों कि तलाश तराने देती है राहों को अल्फाजों कि समझ उम्मीद देती है दिशाओं को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को कदमों कि तलाश तराने देती है कोशिश को अरमानों कि पुकार देती है।

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