Friday 23 August 2019

कविता. ३०७४. हर किस्से संग कदमों कि आहट।

                                                                   हर किस्से संग कदमों कि आहट।
हर किस्से संग कदमों कि आहट इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश तराने देती है किनारों को अंदाजों कि सोच सपने देती है अदाओं को कदमों कि पुकार धून देती है अदाओं को किनारों कि सुबह लहरे देती है हवाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है आशाओं को अंदाजों कि परख उजाले देती है उम्मीदों को दिशाओं कि तलाश सहारे देती है अल्फाजों को किनारों कि राहे देती है।
हर किस्से संग अरमानों कि आहट अफसाने देती है कोशिश को आस कि निशानी दिशाएं देती है दास्तानों को कदमों कि तलाश तराने देती है अदाओं को किनारों कि समझ बदलाव देती है आशाओं को राहों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ उमंग देती है किनारों को परख कि धाराएं देती है एहसासों को आशाओं कि समझ उमंग देती है अदाओं को किनारों कि राहे देती है।
हर किस्से संग रोशनी कि आहट तराने देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सोच सपने देती है अदाओं को दिशाओं कि सोच सपने देती है आशाओं को कोशिश कि तलाश इशारे देती है कदमों को दिशाओं कि सोच सरगम देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश तराने देती है इशारों को अंदाजों कि सोच पहचान देती है अल्फाजों को अरमानों कि तलाश तराने देती है कोशिश को किनारों कि राहे देती है।
हर किस्से संग कोशिश कि आहट इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है आशाओं को एहसासों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को दिशाओं कि समझ सहारे देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सोच सपने देती है आशाओं को कोशिश कि परख उजाले देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को तरानों कि लहर धून देती है अदाओं को किनारों कि राहे देती है।
हर किस्से संग दिशाओं कि आहट पुकार देती है कदमों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को अल्फाजों कि पुकार सहारे देती है दास्तानों को लम्हों कि आहट पुकार देती है कोशिश को जज्बातों कि लहर अल्फाज देती है सपनों को एहसासों कि सोच सहारे देती है अल्फाजों को उजालों कि तलाश तराने देती है कदमों को अंदाजों कि सोच सपने देती है दास्तानों को किनारों कि राहे देती है।
हर किस्से संग खयालों कि आहट अफसाने देती है दिशाओं को खयालों कि तलाश तराने देती है लहरों को नजारों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को तरानों कि सरगम आवाज देती है अल्फाजों को अंदाजों कि परख उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सपने देती है दिशाओं को परख कि धाराएं पुकार देती है कोशिश को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है अल्फाजों को किनारों कि राहे देती है।
हर किस्से संग जज्बातों कि आहट पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को कदमों कि तलाश तराने देती है अल्फाजों को अरमानों कि सोच सपने देती है कोशिश को अंदाजों कि सोच सपने देती है किनारों को लहरों कि समझ उम्मीद देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उम्मीद देती है अल्फाजों को दिशाओं कि परख उजाले देती है नजारों को किनारों कि राहे देती है।
हर किस्से संग खयालों कि आहट लहर देती है अदाओं को एहसासों कि परख उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सपने देती है आशाओं को कोशिश कि समझ उम्मीदे देती है अल्फाजों को कदमों कि आहट पुकार देती है नजारों को अंदाजों कि सोच सपने देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश तराने देती है अदाओं को अंदाजों कि सोच सपने देती है अल्फाजों को किनारों कि राहे देती है।
हर किस्से संग तरानों कि आहट पुकार देती है अफसानों को कदमों कि सोच सपने देती है अल्फाजों को अंदाजों कि सरगम आवाज देती है दिशाओं को आशाओं कि तलाश सहारे देती है लहरों को उजालों कि रोशनी नजारे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पुकार देती है अदाओं को दिशाओं कि परख उजाले देती है उम्मीदों को तरानों कि लहर इशारे देती है अदाओं को किनारों कि राहे देती है।
हर किस्से संग आशाओं कि आहट इशारे देती है किनारों को अंदाजों कि परख उजाले देती है तरानों को अरमानों कि समझ कोशिश देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सपने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है अदाओं को एहसासों कि कोशिश अदाएं देती है तरानों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है उजालों को नजारों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को किनारों कि राहे देती है।

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