Saturday 7 September 2019

कविता. ३१०३. हर पुकार को समझ लेने से।

                                                                   हर पुकार को समझ लेने से।
हर पुकार को समझ लेने से अल्फाजों कि खुबसूरत आस बनती है जो जीवन के हर लम्हे का एहसास बनती है कोशिश को जज्बातों कि सुबह नजारे देती है दास्तानों को इशारों के किनारे देती है आशाओं को अंदाजों कि दिशाएं देती है रोशनी को अरमानों कि राहे देती है कदमों को परख कि धाराएं देती है लहरों को नजारों कि दिशाएं जज्बातों कि समझ संग राहे देती है।
हर पुकार को समझ लेने से आशाओं कि पहचान अल्फाज बनती है जो उजाले के हर पल का सपना बनती है एहसासों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को कदमों के अफसाने देती है अदाओं को दास्तानों कि राह देती है बदलाव को जज्बातों कि समझ देती है किनारों को खयालों कि सोच देती है अदाओं को दास्तानों कि पहचान संग राहे देती है।
हर पुकार को समझ लेने से दिशाओं कि लहर एहसास बनती है जो रोशनी के हर समझ का सपना बनती है इशारों को अरमानों कि तलाश तराने देती है अफसानों को अंदाजों के तराने देती है जज्बातों को कदमों कि सौगात देती है अरमानों को लहरों कि कहानी देती है उजालों कि रोशनी को दिशाओं कि तलाश देती है एहसासों को परख कि तलाश संग राहे देती है।
हर पुकार को समझ लेने से कदमों कि आहट अफसाने बनती है जो जज्बात के हर पल का एहसास बनती है कोशिश को अंदाजों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को किनारों के अफसाने देती है दास्तानों को दिशाओं कि पहचान देती है तरानों को आशाओं कि परख उम्मीदे देती है कदमों को अरमानों कि समझ देती है दास्तानों को राहों कि समझ संग राहे देती है।
हर पुकार को समझ लेने से दास्तानों कि सोच पहचान बनती है जो रोशनी के हर जज्बात का सपना बनती है कदमों को अरमानों कि सोच सहारे देती है तरानों को बदलावों कि समझ उम्मीदे देती है अदाओं को किनारों कि लहर देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश देती है तरानों को कदमों कि आहट संग राहे देती है।
हर पुकार को समझ लेने से आशाओं कि परख किनारा बनती है जो उमंग के हर आवाज का तराना बनती है कोशिश को अफसानों कि तलाश इशारे देती है अदाओं को दिशाओं कि लहर अल्फाज देती है आशाओं को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को अंदाजों कि सोच देती है अफसानों को अरमानों कि समझ बदलावों के तराने संग राहे देती है।
हर पुकार को समझ लेने से किनारों कि सोच इशारा बनती है जो जज्बात के हर मुस्कान का सपना बनती है रोशनी को बदलावों कि सोच सपने देती है उजालों को अरमानों कि समझ उम्मीद देती है दास्तानों को कदमों कि पहचान अल्फाज देती है तरानों को दिशाओं कि लहर इशारे देती है कोशिश को अंदाजों कि पहचान उम्मीदों कि दास्तान संग राहे देती है।
हर पुकार को समझ लेने से कदमों कि तलाश सुबह बनती है जो रोशनी के हर आवाज का तराना बनती है कोशिश को अफसानों कि सौगात परख देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है खयालों को एहसासों कि सरगम आवाज कि धून संग राहे देती है।
हर पुकार को समझ लेने से आशाओं कि राह उजाले बनती है जो जज्बात के हर पल का सपना बनती है तरानों को बदलावों कि सरगम धून देती है दिशाओं को खयालों कि सोच पहचान देती है अल्फाजों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है जज्बातों को अरमानों कि सोच तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ उम्मीद के तराने संग राहे देती है।
हर पुकार को समझ लेने से आवाजों कि समझ बदलाव बनती है जो रोशनी के हर उमंग का सितारा बनती है कोशिश को अंदाजों कि सोच सपने देती है कदमों को अरमानों कि सुबह नजारे देती है तरानों को बदलावों कि परख उजाले देती है दास्तानों को कदमों कि तलाश सहारे देती है अरमानों को जज्बातों कि तलाश एहसासों के सपने संग राहे देती है।
हर पुकार को समझ लेने से अल्फाजों कि आहट अफसाना बनती है जो कोशिश के हर जज्बात का इशारा बनती है कदमों को अरमानों कि लहर इशारे देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट एहसास देती है तरानों को आशाओं कि समझ उम्मीद देती है तरानों को लहरों कि कहानी उम्मीदों के तराने कि सोच संग राहे देती है।

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