Friday 6 September 2019

कविता. ३१०१. हर लम्हा कोई कोशिश।

                                                           हर लम्हा कोई कोशिश।
हर लम्हा कोई कोशिश एहसास अलगसा देती है धाराओं को उम्मीदों कि आहट पुकार के इशारे देती है दास्तानों को दिशाओं कि राह उजाले देती है सपनों को एहसासों कि सरगम धून संग सुबह नयी देती है तरानों को आशाओं कि तलाश सहारे देती है कदमों को अरमानों कि पुकार सपने देती है किनारों को नजारों कि लहर दिशाएं देती है आवाजों को अफसानों कि सोच दास्ताने देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश आस अलगसी देती है दास्तानों को अरमानों कि पुकार किनारे देती है लहरों को नजारों कि सोच पहचान देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ बदलाव संग पुकार नयी देती है दिशाओं को अफसानों कि राह रोशनी देती है अदाओं को किनारों कि समझ उम्मीद देती है कोशिश को जज्बातों कि परख सपने देती है दिशाओं को कदमों कि सोच दास्ताने देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश उजाला अलगसा देती है कदमों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है इरादों को आशाओं कि लहर अल्फाज देती है किनारों को अंदाजों कि राह उजाले संग आहट नयी देती है आवाजों को जज्बातों कि समझ उम्मीद देती है दिशाओं को अफसानों कि राह उजाले देती है तरानों को एहसासों कि आस पुकार देती है किनारों को अंदाजों कि सोच दास्ताने देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश सरगम अलगसी देती है अदाओं को किनारों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है उजालों को अरमानों कि सौगात परख देती है दास्तानों को राहों कि पहचान इशारे देती है आवाजों को जज्बातों कि परख उम्मीदे देती है किनारों को नजारों कि समझ उमंग देती है अफसानों को राहों कि पहचान के तराने कि सोच दास्ताने देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश इशारा अलगसा देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है आशाओं को किनारों कि लहर सपने देती है कदमों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है अदाओं को अफसानों कि समझ उम्मीद देती है दास्तानों को एहसासों कि सोच सहारे देती है आशाओं को किनारों कि परख उजाले देती है अदाओं को अंदाजों कि तलाश के इशारे कि सोच दास्ताने देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश तराना अलगसा देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है अदाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है किनारों को जज्बातों कि सरगम धून देती है आवाजों को एहसासों कि परख उम्मीदे देती है अंदाजों को किनारों कि समझ बदलाव देती है अदाओं को दिशाओं कि पहचान इशारे देती है राहों को जज्बातों कि तलाश के तराने कि सोच दास्ताने देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश इरादा अलगसा देती है कदमों को अरमानों कि परख उजाले देती है रोशनी को बदलावों कि समझ अफसाने देती है राहों को तरानों कि समझ आवाज देती है अल्फाजों को दास्तानों कि समझ पहचान देती है दिशाओं को किनारों कि लहर सपने देती है अदाओं को जज्बातों कि परख उम्मीदे देती है कदमों को अरमानों कि परख के उम्मीद कि सोच दास्ताने देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश किनारा अलगसा देती है लहरों को तरानों कि आवाज धून देती है दिशाओं को अफसानों कि लहर अल्फाज देती है आशाओं को जज्बातों कि उमंग उजाले देती है इरादों को कदमों कि आहट इशारे देती है दास्तानों को तरानों कि समझ बदलाव देती है राहों को एहसासों कि सुबह नजारे देती है अदाओं को अंदाजों कि तलाश के सपने कि सोच दास्ताने देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश तलाश अलगसी देती है दिशाओं को अफसानों कि परख उजाले देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पुकार देती है अंदाजों को किनारों कि लहर सपने देती है अदाओं को एहसासों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को दिशाओं कि लहर अल्फाज देती है अदाओं को अंदाजों कि तलाश सहारे देती है परख को राहों कि समझ के तराने कि सोच दास्ताने देती है।
हर लम्हा कोई कोशिश पुकार अलगसी देती है कदमों को अरमानों कि समझ रोशनी देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है अदाओं को किनारों कि पुकार सपने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अफसाने देती है आशाओं को जज्बातों कि परख उम्मीदे देती है दिशाओं को लहरों कि कहानी के इशारों कि सोच दास्ताने देती है।

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