Monday 30 September 2019

कविता. ३१४९. हर आस को आवाजों कि धून।

                                                                   हर आस को आवाजों कि धून।
हर आस को आवाजों कि धून उम्मीदे देती है उजालों को रोशनी कि किरण तलाश देती है तरानों को बदलावों कि कोशिश अफसाने देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है अदाओं को किनारों कि लहर सपने देती है अफसानों को तरानों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि समझ उम्मीद देती है अदाओं को नजारों कि परख उजाले कि पहचान देती है।
हर आस को आवाजों कि धून लम्हे देती है दास्तानों को जज्बातों कि सोच सपने देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच परख देती है अदाओं को किनारों कि लहर अल्फाज देती है तरानों को बदलावों कि कोशिश राहे देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है अंदाजों को किनारों कि लहर इशारे देती है दास्तानों को अरमानों कि सोच सुबह कि पहचान देती है।
हर आस को आवाजों कि धून उजाले देती है अदाओं को किनारों कि लहर अल्फाज देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को कोशिश कि परख रोशनी देती है जज्बातों को अरमानों कि तलाश इशारे देती है आशाओं को लम्हों कि सौगात खयाल देती है कदमों को आशाओं कि लहर उमंग देती है तरानों को बदलावों कि कोशिश अदाओं कि पहचान देती है।
हर आस को आवाजों कि धून तराने देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि परख लहरे देती है दास्तानों को जज्बातों कि समझ बदलाव देती है राहों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश तराने देती है अदाओं को अंदाजों कि सोच पुकार देती है कदमों को इरादों कि सरगम खयालों कि पहचान देती है।
हर आस को आवाजों कि धून दास्ताने देती है आशाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है नजारों को अरमानों कि सोच सपने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दिशाओं को कोशिश कि समझ उमंग देती है तरानों को बदलावों कि परख उम्मीदे देती है नजारों को आशाओं कि परख उम्मीदे देती है दिशाओं को कदमों कि समझ उम्मीद कि पहचान देती है।
हर आस को आवाजों कि धून नजारे देती है जज्बातों को अरमानों कि सौगात सहारे देती है सपनों को एहसासों कि समझ उमंग देती है आशाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है राहों को अफसानों कि सोच सरगम देती है दास्तानों को अंदाजों कि परख उम्मीदे देती है तरानों को बदलावों कि सोच इशारे देती है अदाओं को किनारों कि लहर सपने कि पहचान देती है।
हर आस को आवाजों कि धून इशारे देती है दास्तानों को जज्बातों कि समझ बदलाव देती है नजारों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है अरमानों को एहसासों कि राह उजाले देती है उम्मीदों को जज्बातों कि परख किनारे देती है मुस्कान को सपनों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है आशाओं को नजारों कि सोच रोशनी कि पहचान देती है।
हर आस को आवाजों कि धून उजाले देती है दिशाओं को अरमानों कि सौगात परख देती है खयालों को एहसासों कि समझ तराने देती है अदाओं को किनारों कि लहर उजाले देती है दास्तानों को अंदाजों कि समझ खयाल देती है दिशाओं को अरमानों कि परख उम्मीदे देती है अदाओं को नजारों कि सोच बदलाव देती है तरानों को आशाओं कि समझ उमंग कि पहचान देती है।
हर आस को आवाजों कि धून राहे देती है दास्तानों को नजारों कि तलाश इशारे देती है कदमों को आशाओं कि सोच सपने देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है कदमों को अरमानों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को जज्बातों कि तलाश तराने देती है नजारों को अंदाजों कि सोच पुकार देती है अफसानों को किनारों कि अहमियत रोशनी कि पहचान देती है।
हर आस को आवाजों कि धून उम्मीदे देती है अदाओं को दिशाओं कि सरगम खयाल देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच लहरे देती है आशाओं को कदमों कि आहट अरमान देती है दास्तानों को जज्बातों को कोशिश राहे देती है दिशाओं को जज्बातों कि परख उजाले देती है अदाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सपने कि पहचान देती है।

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