Monday 23 September 2019

कविता. ३१३५. हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि।

                                                           हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि।
हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि समझ संग बदलाव देती है कोशिश को अफसानों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पहचान देती है दिशाओं को नजारों कि समझ उम्मीद देती है अदाओं को कोशिश कि परख उजाले देती है रोशनी को दास्तानों कि पहचान इशारे देती है आशाओं को जज्बातों कि लहर सपने देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है।
हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि सोच संग अफसाने देती है अदाओं को अंदाजों कि समझ उजाले देती है उम्मीदों को जज्बातों कि परख किनारे देती है दास्तानों को राहों कि तलाश सहारे देती है कदमों को आशाओं कि राह उम्मीदे देती है अदाओं को नजारों कि समझ उजाले देती है दिशाओं को अरमानों कि पहचान अल्फाज देती है दास्तानों को एहसासों कि समझ उमंग देती है।
हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि लहर संग सपने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट परख देती है खयालों को एहसासों कि आस पुकार देती है दिशाओं को कदमों कि आहट राह देती है किनारों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सपने देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सपने देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ उमंग देती है।
हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि परख संग दास्तान देती है आवाजों को अंदाजों कि सोच धून देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है किनारों को एहसासों कि परख उजाले देती है नजारों को अदाओं कि लहर इशारे देती है अल्फाजों को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है राहों को एहसासों कि परख किनारे देती है तरानों को अफसानों कि समझ उमंग देती है।
हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि परख संग इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उम्मीद देती है अदाओं को नजारों कि कोशिश अदाएं देती है कदमों को जज्बातों कि समझ उम्मीदे देती है राहों को तरानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि राह उजाले देती है कदमों को आशाओं कि तलाश इशारे देती है अदाओं को एहसासों कि समझ उमंग देती है।
हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि आस संग आवाज देती है दास्तानों को आशाओं कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच सपने देती है अदाओं को नजारों कि तलाश तराने देती है कदमों को आशाओं कि परख उम्मीदे देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच सपने देती है उजालों को रोशनी कि किरण अदाएं देती है कदमों को आशाओं कि समझ उमंग देती है।
हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि पुकार संग एहसास देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सपने देती है दास्तानों को तरानों कि समझ उम्मीद देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है नजारों को अंदाजों कि तलाश राहे देती है अदाओं को किनारों कि परख उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है।
हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि सोच संग सपने देती है अदाओं को अंदाजों कि तलाश तराने देती है कदमों को आशाओं कि परख उजाले देती है रोशनी को बदलावों कि कोशिश सहारे देती है आवाजों को जज्बातों कि समझ उम्मीदे देती है लहरों को अरमानों कि सोच सपने देती है किनारों को नजारों कि परख उजाले देती है कदमों को आशाओं कि समझ उमंग देती है।
हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि समझ संग लहरे देती है दास्तानों को अफसानों कि राह उम्मीदे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है आशाओं को जज्बातों कि सुबह नजारे देती है उम्मीदों को अंदाजों कि पुकार सपने देती है दास्तानों को किनारों कि लहर इशारे देती है कोशिश को अफसानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है।
हर लम्हा कोई कहानी किनारों कि राह संग दास्तान देती है कदमों को आशाओं कि तलाश तराने देती है जज्बातों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है किनारों को एहसासों कि सरगम धून देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश तराने देती है कदमों को उम्मीदों कि पहचान अल्फाज देती है दिशाओं को अदाओं कि समझ उम्मीदे देती है अदाओं को किनारों कि समझ उमंग देती है।

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