Sunday 22 September 2019

कविता. ३१३४. आवाजों को तरानों कि समझ।

                                                                 आवाजों को तरानों कि समझ।
आवाजों को तरानों कि समझ धून देती है पुकार को किनारों कि सोच सपने देती है अफसानों को नजारों कि सौगात परख देती है खयालों को एहसासों कि परख उजाले देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अरमान देती है लहरों को अंदाजों कि कोशिश राहे देती है दास्तानों को राहों कि तलाश पहचान देती है अदाओं को किनारों कि समझ उम्मीद देती है दिशाओं कि सुबह देती है।
आवाजों को तरानों कि समझ उमंग देती है कोशिश को अफसानों कि तलाश तराने देती है कदमों को आशाओं कि राह पहचान देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सपने देती है दास्तानों को जज्बातों कि सोच सपने देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उजाले देती है दिशाओं को तरानों कि समझ उमंग देती है लहरों को आशाओं कि परख किनारे देती है दिशाओं को सुबह देती है।
आवाजों को तरानों कि समझ उम्मीद देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उजाले देती है रोशनी को उजालों कि परख उजाले देती है दिशाओं को जज्बातों कि कोशिश अफसाने देती है आशाओं को किनारों कि लहर सपने देती है कदमों को आशाओं कि कोशिश अदाएं देती है अदाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है आवाजों कि धून उजाले देती है दिशाओं को सुबह देती है।
आवाजों को तरानों कि समझ रोशनी देती है राहों को अफसानों कि सोच सहारे देती है अदाओं को किनारों कि लहर अल्फाज देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अरमान देती है जज्बातों को एहसासों कि परख उम्मीदे देती है कोशिश को अफसानों कि सरगम खयाल देती है आशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है सपनों कि तलाश अरमान देती है दिशाओं को सुबह देती है।
आवाजों को तरानों कि समझ आस देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है नजारों को अंदाजों कि तलाश सहारे देती है किनारों कि लहर अरमान देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच सपने देती है आशाओं को राहों कि तलाश तराने देती है इशारों को जज्बातों कि समझ बदलाव देती है अदाओं कि पहचान अल्फाज देती है दिशाओं को सुबह देती है।
आवाजों को तरानों कि समझ रोशनी देती है अदाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को कदमों कि पहचान बदलाव देती है आशाओं को कोशिश कि तलाश इशारे देती है जज्बातों को अंदाजों कि पुकार सपने देती है लहरों कि कहानी इरादे देती है दास्तानों कि सोच पहचान देती है दिशाओं को सुबह देती है।
आवाजों को तरानों कि समझ राह देती है दास्तानों को कदमों कि पहचान इरादे देती है कोशिश को जज्बातों कि लहर इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि पुकार सपने देती है लम्हों कि ख्वारीश कि सोच सपने देती है कदमों को उम्मीदों कि तलाश सहारे देती है आशाओं कि परख उजाले देती है दिशाओं कि सरगम धून देती है दिशाओं को सुबह देती है।
आवाजों को तरानों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच परख देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ उजाले देती है दास्तानों कि पहचान कि धाराएं इशारे देती है अल्फाजों को अरमानों कि सोच सहारे देती है कोशिश कि तलाश तराने देती है अदाओं कि पहचान इशारे देती है दिशाओं को सुबह देती है।
आवाजों को तरानों कि समझ उम्मीद देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सपने देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सहारे देती है जज्बातों कि समझ उमंग देती है आशाओं को जज्बातों कि परख उजाले देती है अदाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को एहसासों कि लहर सपने देती है दिशाओं कि सुबह देती है।
आवाजों को तरानों कि समझ जज्बात देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है किनारों को एहसासों कि परख उम्मीदे देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश तराने देती है कदमों को इरादों कि सोच सपने देती है कदमों को आशाओं कि लहर इरादे देती है अदाओं को इशारों कि परख उम्मीदे देती है अदाओं को नजारों कि सोच सहारे देती है दिशाओं कि सुबह देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...