Monday 2 September 2019

कविता. ३०९४. हर खयाल को लहरों कि।

                                                                      हर खयाल को लहरों कि।
हर खयाल को लहरों कि समझ बदलाव देती है तलाश को एहसासों कि परख उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि कोशिश अदाएं देती है किनारों को अंदाजों कि आस एहसास देती है नजारों को अंदाजों कि समझ परख देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच सपने देती है उम्मीदों को तरानों कि पहचान उजाले देती है दास्तानों को कदमों कि आहट इशारे कि सुबह देती है।
हर खयाल को लहरों कि सौगात परख देती है कोशिश को अफसानों कि समझ उमंग देती है अल्फाजों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ उमंग देती है अदाओं को आशाओं कि मुस्कान देती है बदलावों को अंदाजों कि कोशिश जज्बात देती है राहों को कदमों कि आहट इशारे देती है आशाओं को कोशिश कि परख किनारे कि सुबह देती है।
हर खयाल को लहरों कि परख उजाले देती है रोशनी को उजालों कि रोशनी पुकार देती है अदाओं को किनारों कि पहचान अल्फाज देती है दिशाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है जज्बातों को अरमानों कि समझ देती है कोशिश को अफसानों कि सोच सपने देती है दास्तानों को किनारों कि लहर सपने देती है अफसानों को जज्बातों कि तलाश किनारे कि सुबह देती है।
हर खयाल को लहरों कि सौगात राह देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सपने देती है कोशिश को अफसानों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को अरमानों कि परख उम्मीदे देती है अल्फाजों को अंदाजों के सपने देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है आशाओं को कोशिश कि लहर इशारे देती है आशाओं को अंदाजों कि सोच किनारे कि सुबह देती है।
हर खयाल को लहरों कि उमंग दास्ताने देती है तरानों को बदलावों कि तलाश इशारे देती है अल्फाजों को किनारों कि लहर सपने देती है आशाओं को कोशिश कि उम्मीद तराने देती है जज्बातों को अरमानों कि सोच देती है दास्तानों को अफसानों कि उजाले रोशनी देती है किनारों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है अदाओं को नजारों कि समझ किनारे कि सुबह देती है।
हर खयाल को लहरों कि समझ तराने देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उमंग देती है अंदाजों को कदमों कि आहट पुकार देती है किनारों को नजारों कि तलाश दास्ताने देती है नजारों को जज्बातों कि लहर सपने देती है किनारों को नजारों कि सोच पहचान देती है दिशाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है दिशाओं को जज्बातों कि परख किनारे कि सुबह देती है।
हर खयाल को लहरों कि कहानी उम्मीदे देती है दास्तानों को तरानों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को किनारों कि परख उजाले देती है कोशिश को दास्तानों कि सुबह इशारे देती है अदाओं को किनारों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है नजारों को अरमानों कि समझ उमंग देती है अदाओं को कदमों कि लहर किनारे कि सुबह देती है।
हर खयाल को लहरों कि उमंग इशारे देती है अदाओं को किनारों कि समझ उमंग देती है उजालों को तरानों कि सोच पहचान देती है उम्मीद को अफसानों कि तलाश सहारे देती है उजालों को अंदाजों कि सुबह नजारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सपने देती है दिशाओं कि लहर को सपनों कि रोशनी उम्मीदे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच किनारे कि सुबह देती है।
हर खयाल को लहरों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पुकार देती है आवाजों को धून कि परख उजाले देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ उमंग देती है अदाओं को अल्फाजों कि आहट पुकार देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है कोशिश को अंदाजों कि तलाश किनारे कि सुबह देती है।
हर खयाल को लहरों कि तरंग एहसास देती है अदाओं को किनारों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को तरानों कि सोच सपने देती है कोशिश को अंदाजों कि सौगात परख देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को किनारों कि पहचान अल्फाज देती है कदमों को अरमानों कि सोच किनारे कि सुबह देती है।

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