Saturday 14 September 2019

कविता. ३११८. हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि।

                                                                हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि।
हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि समझ जरुरी लगती है जो जज्बातों कि आंधी को कदमों कि पहचान इशारे संग देती है राहों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को कोशिश कि सौगात खयाल देती है किनारों को नजारों कि समझ सपने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अरमान देती है राहों को अफसानों कि समझ खयाल देती है बदलावों को पुकार देती है।
हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि सौगात जरुरी लगती है जो उजालों कि रोशनी को दास्तानों कि समझ सपने संग देती है खयालों को अंदाजों कि तलाश नजारे देती है कदमों को जज्बातों कि समझ उमंग देती है इरादों को कोशिश कि परख उम्मीदे देती है अदाओं को आशाओं कि समझ उमंग देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अदाओं को पुकार देती है।
हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि तलाश जरुरी लगती है जो तरानों कि समझ को एहसासों कि सोच इरादे संग देती है दिशाओं को जज्बातों कि सुबह नजारे देती है आशाओं को अंदाजों कि सोच पहचान देती है दिशाओं को उम्मीद कि कहानी राहे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उम्मीद देती है अदाओं को किनारों कि समझ उम्मीद देती है राहों को पुकार देती है।
हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि सोच जरुरी लगती है जो आशाओं कि तलाश को दास्तानों कि समझ उमंग संग देती है आवाजों को धून कि सरगम खयाल देती है कोशिश को अफसानों कि सौगात खयाल देती है अदाओं को दास्तानों कि पहचान इशारे देती है कदमों को अफसानों कि सोच सपने देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश तराने देती है आवाजों को पुकार देती है।
हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि राह जरुरी लगती है जो लहरों कि कहानी को एहसासों कि कोशिश उजाले संग देती है जज्बातों को अंदाजों कि सोच सपने देती है कदमों को दिशाओं कि सरगम पहचान देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ राहे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अरमान देती है दिशाओं को कदमों कि आहट लहर देती है आशाओं को पुकार देती है।
हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि कोशिश जरुरी लगती है जो किनारों कि समझ को जज्बातों कि सोच सपने संग देती है दास्तानों को अफसानों कि लहर इशारे देती है कोशिश को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को अरमानों कि परख उजाले देती है रोशनी को दास्तानों कि कोशिश अदाएं देती है किनारों को एहसासों कि परख उम्मीदे देती है दिशाओं को पुकार देती है।
हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि परख जरुरी लगती है जो कदमों कि आहट को अरमानों कि समझ उम्मीद संग देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है कदमों को अफसानों कि तलाश पहचान देती है कोशिश को अंदाजों कि सुबह सपने देती है आशाओं को दिशाओं कि सरगम धून देती है कदमों को अफसानों कि तलाश इशारे देती है जज्बातों को पुकार देती है।
हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि राह जरुरी लगती है जो लहरों कि कहानी को दास्तानों कि परख उजाले संग देती है अदाओं को किनारों कि समझ बदलाव देती है लहरों को अरमानों कि सोच सपने देती है दिशाओं को लहरों कि सोच नजारे देती है कोशिश को अरमानों कि आहट राह देती है दास्तानों को एहसासों कि समझ बदलाव देती है कदमों को पुकार देती है।
हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि दिशा जरुरी लगती है जो राहों कि पहचान को लम्हों कि ख्वारीश तलाश संग देती है दास्तानों को अफसानों कि लहर इशारे देती है सपनों को एहसासों कि कोशिश तराने देती है अदाओं को किनारों कि परख उजाले देती है रोशनी को बदलावों कि लहर इशारे देती है अदाओं को कदमों कि पहचान इरादे देती है दास्तानों कि राहों को पुकार देती है।
हर अल्फाज को किसी मुस्कान कि उम्मीद जरुरी लगती है जो रोशनी कि किरण को अरमानों कि सोच सपने संग देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है अदाओं को किनारों कि सोच पहचान देती है कोशिश को जज्बातों कि सरगम धून देती है आशाओं को अंदाजों कि परख उम्मीदे देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ उमंग देती है उजालों को पुकार देती है।

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