Thursday 26 September 2019

कविता. ३१४१. हर पुकार को लम्हों कि पहचान।

                                                              हर पुकार को लम्हों कि पहचान।
हर पुकार को लम्हों कि पहचान इशारे देती है कोशिश को अफसानों कि दिशाएं देती है आशाओं को जज्बातों कि सुबह उजाले देती है आवाजों को धून कि सरगम पुकार देती है दास्तानों को अरमानों कि सोच सपने देती है कदमों को आवाजों कि परख किनारे देती है दिशाओं को अंदाजों को किनारों कि लहर इशारे देती है अदाओं को नजारों कि समझ उमंग देती है राहों को अफसानों कि तलाश देती है।
हर पुकार को लम्हों कि पहचान अल्फाज देती है खयालों को एहसासों कि परख देती है किनारों को नजारों कि सोच सपने देती है जज्बातों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि कोशिश अदाएं देती है दिशाओं को खयालों कि समझ तराने देती है आवाजों को धून कि सरगम देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सोच सपने देती है तरानों को अफसानों कि तलाश देती है।
हर पुकार को लम्हों कि पहचान ख्वारीश देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ देती है कदमों को आशाओं कि परख उजाले देती है दास्तानों को अरमानों कि राह उजाले देती है किनारों को लहरों कि कहानी उम्मीदे देती है जज्बातों को तरानों कि सोच सपने देती है कदमों को जज्बातों कि पहचान इशारे देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अदाओं को अफसानों कि तलाश देती है।
हर पुकार को लम्हों कि पहचान बदलाव देती है आशाओं को दिशाओं कि सरगम देती है किनारों को नजारों कि सोच सपने देती है अदाओं को दास्तानों कि परख नजारे देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है अदाओं को नजारों कि पुकार इरादे देती है अदाओं को किनारों कि लहर सपने देती है जज्बातों को अरमानों कि सरगम खयाल देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश देती है।
हर पुकार को लम्हों कि पहचान इशारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि कोशिश देती है जज्बातों को अंदाजों कि परख उम्मीदे देती है आशाओं को दिशाओं कि समझ परख देती है अदाओं को किनारों कि लहर सपने देती है दास्तानों को नजारों कि समझ उमंग देती है आशाओं को कदमों कि आहट परख देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सुबह देती है अदाओं को अफसानों कि तलाश देती है।
हर पुकार को लम्हों कि पहचान इरादे देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह देती है दास्तानों को अरमानों कि सोच सपने देती है अदाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है राहों को जज्बातों कि समझ उमंग देती है आशाओं को अंदाजों कि लहर सपने देती है किनारों को लहरों कि कहानी उम्मीदे देती है तरानों को बदलावों कि कोशिश अदाएं देती है कदमों को अफसानों कि तलाश देती है।
हर पुकार को लम्हों कि पहचान दास्ताने देती है जज्बातों को अंदाजों कि समझ देती है आशाओं को तरानों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को नजारों कि सोच सपने देती है अदाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है दास्तानों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है आशाओं को दिशाओं कि परख उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि परख उम्मीदे देती है तरानों को अफसानों कि तलाश देती है।
हर पुकार को लम्हों कि पहचान किनारे देती है लहरों को आवाजों कि धून उम्मीदे देती है दास्तानों को अरमानों कि सोच सपने देती है कदमों को आवाजों कि धून उजाले देती है तरानों को बदलावों कि कोशिश अदाएं देती है राहों को अफसानों कि समझ उमंग देती है उजालों को अंदाजों कि कोशिश दास्ताने देती है कदमों को आशाओं कि समझ उमंग देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश देती है।
हर पुकार को लम्हों कि पहचान तराने देती है किनारों को नजारों कि समझ बदलाव देती है लहरों को जज्बातों कि सुबह इशारे देती है अदाओं को दिशाओं कि सरगम धून देती है राहों को एहसासों कि परख उजाले देती है आवाजों को धून आस देती है नजारों को अंदाजों कि तलाश इशारे देती है आशाओं को अरमानों कि सोच सपने देती है एहसासों को अफसानों कि तलाश देती है।
हर पुकार को लम्हों कि पहचान नजारे देती है कदमों को आशाओं कि परख उजाले देती है उम्मीदों को आशाओं कि लहर सपने देती है दिशाओं को नजारों कि सोच तराने देती है कोशिश को अंदाजों कि आहट अल्फाज देती है दास्तानों को अरमानों कि लहर इशारे देती है सपनों को जज्बातों कि कोशिश इशारे देती है तरानों को अफसानों कि तलाश देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...