Tuesday 10 September 2019

कविता. ३१०९. हर पुकार को किनारों कि लहर।

                                                           हर पुकार को किनारों कि लहर।
हर पुकार को किनारों कि लहर सपने देती है दास्तानों को कोशिश कि तलाश इशारे देती है अदाओं को तरानों कि समझ उमंग देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच पहचान देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह नजारे देती है कोशिश को अफसानों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट इशारे देती है अदाओं को अंदाजों कि समझ एहसासों कि तलाश देती है।
हर पुकार को किनारों कि लहर अल्फाज देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ इरादे देती है दास्तानों को अफसानों कि सौगात परख देती है अदाओं को नजारों कि समझ उमंग देती है उजालों को अरमानों कि सोच सपने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट पहचान देती है अदाओं को कोशिश कि परख उजाले देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच एहसासों कि तलाश देती है।
हर पुकार को किनारों कि लहर अंदाज देती है अदाओं को नजारों कि सोच सपने देती है कदमों को अरमानों कि तलाश इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच पहचान देती है कोशिश को अफसानों कि सुबह नजारे देती है दास्तानों को जज्बातों कि तलाश तराने देती है कोशिश को अफसानों कि सोच उम्मीदे देती है कदमों को अरमानों कि राह एहसासों कि तलाश देती है।
हर पुकार को किनारों कि लहर इशारे देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है उजालों को कदमों कि आहट इरादे देती है अदाओं को किनारों कि समझ उम्मीद देती है नजारों को अंदाजों कि सोच सपने देती है आशाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को अफसानों कि सरगम एहसासों कि तलाश देती है।
हर पुकार को किनारों कि लहर इरादे देती है दास्तानों को कदमों कि आहट इशारे देती है उम्मीदों को अंदाजों कि सोच सपने देती है दिशाओं को जज्बातों कि तलाश तराने देती है अदाओं को नजारों कि समझ उम्मीद देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सपने देती है आशाओं को जज्बातों कि राह तराने देती है कोशिश को जज्बातों कि सोच एहसासों कि तलाश देती है।
हर पुकार को किनारों कि लहर उजाले देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सपने देती है अदाओं को दास्तानों कि राह पहचान देती है परख को कोशिश कि समझ उमंग देती है कदमों को अरमानों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को अंदाजों कि दास्तान अफसाने देती है राहों को जज्बातों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश एहसासों कि तलाश देती है।
हर पुकार को किनारों कि लहर उम्मीदे देती है दास्तानों को अफसानों कि सरगम धून देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उम्मीद देती है दिशाओं को अंदाजों कि सोच सपने देती है आवाजों को अदाओं कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को कदमों कि आहट इशारे देती है दास्तानों को राहों कि समझ एहसासों कि तलाश देती है।
हर पुकार को किनारों कि लहर आवाज देती है तरानों को बदलावों कि परख उजाले देती है रोशनी को जज्बातों कि सोच सपने देती है आशाओं को बदलावों कि कोशिश अफसाने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट परख देती है अदाओं को अंदाजों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सपने देती है दिशाओं को अरमानों कि कोशिश एहसासों कि तलाश देती है।
हर पुकार को किनारों कि लहर सुबह देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सपने देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ उमंग देती है उजालों को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है आशाओं को किनारों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को कदमों कि आहट इशारे देती है अदाओं को नजारों कि रोशनी उजाले देती है दास्तानों को राहों कि समझ एहसासों कि तलाश देती है।
हर पुकार को किनारों कि लहर अल्फाज देती है रोशनी को बदलावों कि समझ उजाले देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उम्मीद देती है अदाओं को दास्तानों कि सोच पहचान देती है अदाओं को अंदाजों कि परख तराने देती है आवाजों को धून कि सरगम कोशिश देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है अफसानों को किनारों कि लहर एहसासों कि तलाश देती है।

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