Saturday 5 October 2019

कविता. ३१६०. हर खयाल को बदलावों कि परख।

                                                          हर खयाल को बदलावों कि परख।
हर खयाल को बदलावों कि परख उजाले देती है दिशाओं कि राहों को रोशनी के सपने देती है आशाओं को किनारों कि समझ बदलाव देती है तरानों को लहरों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को अरमानों कि सोच सपने देती है अदाओं को नजारों कि समझ उमंग देती है बदलावों को अंदाजों कि सोच इशारे देती है नजारों को अंदाजों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को अरमानों कि राहे देती है।
हर खयाल को बदलावों कि परख उम्मीदे देती है अदाओं कि समझ को एहसासों कि परख देती है कदमों को इरादों कि लहर इशारे देती है तलाश को दास्तानों कि सोच सपने देती है लहरों को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है अदाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दिशाओं को लहरों कि कहानी उम्मीदे देती है दास्तानों को एहसासों कि सोच सहारे देती है अदाओं को अरमानों कि राहे देती है।
हर खयाल को बदलावों कि परख किनारे देती है दास्तानों कि सोच को उजाले कि लहर देती है दिशाओं को राहों कि समझ बदलाव देती है आशाओं को अंदाजों कि तलाश इशारे देती है अदाओं को किनारों कि लहर सपने देती है तरानों को बदलावों कि कोशिश अदाएं देती है नजारों को अंदाजों कि तलाश राहे देती है दास्तानों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि राहे देती है।
हर खयाल को बदलावों कि परख नजारे देती है आशाओं कि परख को दिशाओं कि सरगम देती है आवाजों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है अदाओं को किनारों कि लहर नजारे देती है दास्तानों को आवाजों कि धून उम्मीदे देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच इशारे देती है तरानों को बदलावों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अदाओं को अरमानों कि राहे देती है।
हर खयाल को बदलावों कि परख दास्ताने देती है अदाओं कि समझ को आशाओं कि पहचान देती है कदमों को दिशाओं कि लहर किनारे देती है लहरों को अफसानों कि सुबह उमंग देती है तरानों को जज्बातों कि राह उजाले देती है कदमों को बदलावों कि राह परख देती है राहों को दास्तानों कि कोशिश सरगम देती है लहरों को तरानों कि लहर किनारे देती है आवाजों को अरमानों कि राहे देती है।
हर खयाल को बदलावों कि परख सहारे देती है कदमों कि आस को तरानों कि लहर देती है कोशिश को जज्बातों कि तलाश एहसास देती है किनारों को नजारों कि समझ उजाले देती है दिशाओं को आशाओं कि पुकार देती है राहों को अफसानों कि सोच इशारे देती है नजारों को अदाओं कि लहर किनारे देती है नजारों को उजालों कि समझ रोशनी देती है आशाओं को अरमानों कि राहे देती है।
हर खयाल को बदलावों कि परख लहरे देती है दिशाओं कि सोच को उजालों कि रोशनी देती है राहों को कदमों कि पुकार आवाज देती है तरानों को लहरों कि परख उम्मीदे देती है जज्बातों को अंदाजों कि परख इशारे देती है जज्बातों को किनारों कि दास्ताने देती है राहों को आशाओं कि दास्तान सुबह देती है दिशाओं को तरानों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को अरमानों कि राहे देती है।
हर खयाल को बदलावों कि परख नजारे देती है दास्तानों कि सरगम को उम्मीदों कि राह देती है अदाओं को दिशाओं कि सुबह नजारे देती है आशाओं को कदमों कि लहर तराने देती है एहसासों को राहों कि दास्तान कोशिश देती है आवाजों को धून कि सरगम देती है किनारों को लहरों कि सुबह परख देती है आशाओं को नजारों कि आस पुकार देती है आवाजों को अरमानों कि राहे देती है।
हर खयाल को बदलावों कि परख तराने देती है कदमों कि परख को दिशाओं कि सोच देती है किनारों को लहरों कि समझ सुबह देती है एहसासों को दास्तानों कि कोशिश राह देती है अफसानों को आशाओं कि पुकार तराने देती है दिशाओं को कदमों कि सरगम धून देती है तरानों को आशाओं कि लहर दास्ताने देती है आवाजों को अदाओं कि समझ परख देती है दास्तानों को अरमानों कि राहे देती है।
हर खयाल को बदलावों कि परख राहे देती है किनारों कि लहर को दास्तानों कि सुबह देती है नजारों को जज्बातों कि कोशिश तराने देती है आवाजों कि धून सरगम देती है एहसासों को कदमों कि आहट लहर देती है अंदाजों को तरानों कि सोच लहर देती है दिशाओं को नजारों कि परख जज्बात देती है अफसानों को किनारों कि बदलाव इशारे देती है एहसासों को अरमानों कि राहे देती है।

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