Tuesday 8 October 2019

कविता. ३१६६. हर खयाल से जुडकर कोई।

                                                              हर खयाल से जुडकर कोई।
हर खयाल से जुडकर कोई सरगम बनती है बदलाव कि तलाश से उम्मीद कि पुकार मिलती है सोच कि धून कोई आहट देती है जज्बातों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है रोशनी को बदलावों कि आस एहसास देती है दिशाओं को सपनों कि राह पहचान देती है अरमानों को सपनों कि परख उजाले देती है आशाओं को किनारों कि लहर अल्फाज को कोशिश देती है।
हर खयाल से जुडकर कोई कहानी बनती है तराने कि समझ से सपने कि तलाश मिलती है आस कि पहचान कोई कोशिश देती है दिशाओं को जज्बातों कि परख उजाले देती है कदमों को आशाओं कि तलाश अफसाने देती है सोच को रोशनी कि किरण अदाएं देती है कदमों को आशाओं कि समझ उमंग देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच अल्फाज को कोशिश देती है।
हर खयाल से जुडकर कोई दास्तान बनती है अंदाज कि सोच से समझ कि उम्मीद मिलती है आवाज कि धून कोई बदलाव देती है आशाओं को अरमानों कि राह तराने देती है उजालों को रोशनी कि पहचान इशारे देती है कदमों को उम्मीद कि कोशिश समझ देती है अफसानों को दास्तानों कि परख धून देती है एहसासों को अंदाजों कि अहमियत अल्फाज को कोशिश देती है।
हर खयाल से जुडकर कोई आवाज बनती है आस कि सुबह से नजारे कि परख मिलती है अंदाज कि पुकार कोई उम्मीद देती है किनारों को अफसानों कि लहर इशारे देती है जज्बातों को राह कि आस दास्ताने देती है आशाओं को तराने कि धून परख देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह दिशाएं देती है उम्मीदों को अफसानों कि पहचान अल्फाज को कोशिश देती है।
हर खयाल से जुडकर कोई तलाश बनती है रोशनी कि पहचान से दास्तान कि आस मिलती है जज्बात कि कोशिश कोई समझ देती है नजारों को दिशाओं कि आहट इरादे देती है अफसानों को किनारे कि लहर अंदाज देती है कदमों को बदलाव कि सोच नजारे देती है जज्बातों को आशाओं कि पुकार एहसास देती है लम्हों को दिशाओं कि उम्मीद अल्फाज को कोशिश देती है।
हर खयाल से जुडकर कोई आस बनती है अरमान कि उम्मीद से राहों कि तलाश मिलती है कदमों कि आहट कोई परख देती है दास्तानों को आवाजों कि पुकार सरगम देती है अदाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है आशाओं को किनारों कि सोच इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि समझ पहचान देती है एहसासों को किनारों कि अहमियत अल्फाज को कोशिश देती है।
हर खयाल से जुडकर कोई अंदाज बनती है आस कि तलाश से जज्बातों कि सुबह मिलती है किनारों कि लहर कोई राह देती है कोशिश को बदलावों कि सोच इशारे देती है जज्बातों को अफसानों कि समझ उम्मीदे देती है कदमों को नजारों कि समझ उजाले देती है रोशनी को उजालों कि दास्तान अफसाने देती है दिशाओं को अरमानोें कि पहचान अल्फाज को कोशिश देती है।
हर खयाल से जुडकर कोई राह बनती है आवाज कि धून से अरमानों कि पुकार मिलती है दास्तानों कि उम्मीद कोई उमंग देती है अफसाने को दिशाओं कि लहर किनारे देती है राहों को दास्तानों कि तलाश इशारे देती है अरमानों को सपनों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को आशाओं कि राह लहरे देती है इशारों को एहसासों कि अहमियत अल्फाज को कोशिश देती है।
हर खयाल से जुडकर कोई उमंग बनती है कदम कि आहट से आवाजों कि सरगम मिलती है आशाओं कि कोशिश कोई समझ देती है अंदाजों को दास्तानों कि परख इरादे देती है आवाजों को तरानों कि समझ बदलाव देती है आशाओं को लहरों कि समझ उम्मीदे देती है अफसानों को दिशाओं कि तलाश उजाले देती है तरानों को अदाओं कि राह अल्फाज को कोशिश देती है।
हर खयाल से जुडकर कोई उम्मीद बनती है आशाओं कि राह से अंदाजों कि परख मिलती है कदमों कि सुबह कोई आस देती है एहसासों को किनारों कि समझ इशारे देती है जज्बातों को दास्तानों कि परख अफसाने देती है नजारों को आशाओं कि सरगम दिशाएं देती है जज्बातों को उम्मीदों कि पुकार सहारे देती है राहों को जज्बातों कि तलाश अल्फाज को कोशिश देती है।

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