Monday 28 October 2019

कविता. ३२०५. हर लहर को नदीया कि पहचान।

                                                             हर लहर को नदीया कि पहचान।
हर लहर को नदीया कि पहचान इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि राह उजाले देती है अदाओं को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश सरगम देती है एहसासों को अंदाजों कि सोच पहचान देती है नजारों को खयालों कि उमंग इशारे देती है अदाओं को अफसानों कि तलाश तरानों कि परख देती है।
हर लहर को नदीया कि पहचान अल्फाज देती है दास्तानों को आशाओं कि समझ उमंग देती है दिशाओं को जज्बातों कि रोशनी किनारे देती है कदमों को आशाओं कि सोच सहारे देती है खयालों को एहसासों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को अरमानों कि तलाश तराने देती है अदाओं को जज्बातों कि उमंग सहारे देती है दिशाओं को कदमों कि आहट तरानों कि परख देती है।
हर लहर को नदीया कि पहचान किनारे देती है राहों को अफसानों कि सोच सपने देती है अंदाजों को कदमों कि आहट एहसास देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को आशाओं कि कोशिश देती है नजारों को अफसानों कि तलाश इशारे देती है अदाओं को दिशाओं कि सरगम खयाल देती है किनारों को अंदाजों कि तलाश तरानों कि परख देती है।
हर लहर को नदीया कि पहचान इरादे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को नजारों कि समझ उम्मीद देती है आशाओं को जज्बातों कि सुबह मुस्कान देती है कोशिश को अंदाजों कि लहर सपने देती है अल्फाजों को दास्तानों कि सोच सहारे देती है अदाओं को किनारों कि सोच इशारे देती है जज्बातों को कदमों कि आहट तरानों कि परख देती है।
हर लहर को नदीया कि पहचान नजारे देती है अदाओं को अंदाजों कि सोच सपने देती है आशाओं को राहों कि तलाश अफसाने देती है दिशाओं को कदमों कि सोच पहचान देती है आवाजों को जज्बातों कि धून उम्मीदे देती है किनारों को एहसासों कि परख उजाले देती है दास्तानों को अरमानों कि राह किनारे देती है अदाओं को अंदाजों कि तलाश तरानों कि परख देती है।
हर लहर को नदीया कि पहचान दास्ताने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है नजारों को खयालों कि उमंग उजाले देती है अदाओं को अफसानों कि सोच सहारे देती है आशाओं को एहसासों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अरमान देती है दास्तानों को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है राहों को अफसानों कि सोच तरानों कि परख देती है।
हर लहर को नदीया कि पहचान नजारे देती है दास्तानों को अरमानों कि सोच सपने देती है अंदाजों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दिशाओं को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को आशाओं कि पुकार सपने देती है अदाओं को जज्बातों कि रोशनी सुबह देती है राहों को अफसानों कि कोशिश अदाएं देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश तरानों कि परख देती है।
हर लहर को नदीया कि पहचान दास्ताने देती है दिशाओं को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को उम्मीदों कि पुकार दास्तान देती है आशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है अदाओं को एहसासों कि कोशिश अदाएं देती है कदमों को आशाओं कि सोच पहचान देती है राहों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच तरानों कि परख देती है।
हर लहर को नदीया कि पहचान किनारे देती है आशाओं को अंदाजों कि सोच सरगम देती है दिशाओं को अरमानों कि परख उजाले देती है दास्तानों को अंदाजों कि समझ उम्मीद देती है राहों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अरमान देती है किनारों को एहसासों कि समझ तरानों कि परख देती है।
हर लहर को नदीया कि पहचान अफसाने देती है अल्फाजों को राहों कि तलाश सहारे देती है आशाओं को जज्बातों कि सौगात खयाल देती है कदमों को इरादों कि सरगम धून देती है सपनों को एहसासों कि कोशिश अदाएं देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है किनारों को एहसासों कि सुबह उम्मीदे देती है नजारों को अफसानों कि तलाश तरानों कि परख देती है।

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